देश की तीन प्रमुख निजी दूरसंचार सेवा कंपनियों भारती एयरटेल, वोडाफोन एस्सार तथा आइडिया सेल्युलर ने लागत में कमी करने के उद्देश्य से इंडस टावर्स नामक एक स्वतंत्र टावर कंपनी बनाने की घोषणा की।
कंपनियों की ओर से जारी एक वक्तव्य के अनुसार इंडस टावर्स सभी दूरसंचार सेवा कंपनियों को बिना किसी भेदभाव के सेवाएँ उपलब्ध कराएगी, जिसमें इमारतें, टावर, शेल्टर, बिजली आपूर्ति तथा बैट्री बैकअप शामिल है।
तीनों कंपनियाँ देश के 16 सर्किल में अपनी मौजूदा पैसिव इन्फ्रास्ट्रक्चर परिसंपत्तियों का विलय कर देंगी। इंडस टावर्स में भारती तथा वोडाफोन एस्सार की 42-42 प्रतिशत भागीदारी होगी और बाकी 16 प्रतिशत भागीदारी आइडिया की होगी।
वक्तव्य में कहा गया है कि यह पैसिव इन्फ्रास्ट्रक्चर भागीदारी के बारे में सरकार के दृष्टिकोण और ट्राई की सिफारिशों पर अमल की दिशा में एक बड़ा कदम है और इससे देश में मोबाइल सेवा कंपनियों के लिए कम लागत तथा अधिक प्रतिस्पर्धा का माहौल बनेगा।
इसका एक बड़ा फायदा दूरसंचार सेवाओं के विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तार में होगा।
इस समय एक टावर स्थापित करने पर 27 से 30 लाख रुपये तक की लागत आती है जो उस भू-भाग पर निर्भर करता है। भागीदारी से यह एक कंपनी के लिए काफी कम पड़ेगी।
देश में इस समय करीब एक लाख 80 हजार दूरसंचार टावर है। अनुमान है कि वर्ष 2010 तक चार लाख टावर की जरूरत होगी।