नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक द्वार नए बैंकिंग लाइसेंस जारी करने के दिशानिर्देशों के मद्देनजर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत समूह वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज ने रविवार को कहा कि वह एक विदेशी भागीदार के साथ बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश करेगा और उसने इसके लिए 1,000 करोड़ रुपए की राशि रखी है।
वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत ने कहा कि लिबर्टी म्युचुअल इंश्योरेंस के साथ संयुक्त उद्यम के जरिए हम वित्त क्षेत्र में प्रवेश कर चुके हैं। नए बैंकिंग लाइसेंस के लिए दिशा-निर्देश आ चुके हैं इसलिए वीडियोकॉन इसके लिए निश्चित तौर पर आवेदन करेगी।
उन्होंने कहा कि कंपनी रिजर्व बैंक द्वारा नए बैंकिंग लाइसेंसों के लिए तय मानदंड पर खरी उतरती है और वह विदेशी भागीदार के संयुक्त उद्यम में काम करने के अनुभव का उपयोग करेगी।
धूत ने कहा कि हमारे पास विश्वसनीयता तथा 10 साल का शानदार प्रदर्शन है। हम ही तोशिबा, पैनासोनिक और अन्य कंपनियों को भारत लाए हैं इसलिए हमारे पास विदेशी कंपनी के साथ काम करने की विशेषज्ञता और अनुभव है।
यह पूछने पर कि वीडियोकॉन ने बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश के लिए कितना धन अलग रखा है? धूत ने कहा कि रिजर्व बैंक के मुताबिक न्यूनतम अनिवार्यता 500 करोड़ रुपए है लेकिन हमने इसके लिए 1,000 करोड़ रुपए इकट्ठा किए हैं। ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में बड़ा बाजार है।
उन्होंने कहा कि हालांकि कंपनी शहरी इलाकों पर केंद्रित है लेकिन वीडियोकॉन ब्रांड की ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में बड़ी हिस्सेदारी है अत: हम इसका उपयोग करना चाहते हैं। कुल मिलाकर देशभर में फिलहाल हमारे 500 दफ्तर हैं और बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद हम इसका फायदा उठाएंगे।
यह पूछने पर कि क्या कंपनी अकेले बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश करेगी? उन्होंने कहा कि नहीं। हम फिलहाल एक अमेरिकी बैंक के साथ बात कर रहे हैं। हम बहुलांश हिस्सेदार के तौर पर बैंक बनाना चाहते हैं और बाद में नियामकीय मानदंड के मुताबिक अपनी हिस्सेदारी आम जनता को बेचेंगे। (भाषा)