शमी और भुवी ने इंग्लैंड को बैकफुट पर भेजा

गुरुवार, 10 जुलाई 2014 (23:55 IST)
FILE
नॉटिंघम। मोहम्मद शमी ने नई गेंद के अपने साथी भुवनेश्वर कुमार के साथ दसवें विकेट की रिकॉर्ड शतकीय साझेदारी निभाने के बाद गुरुवार को यहां इंग्लैंड को शुरू में ही एक करारा झटका दिया जिससे भारत ने पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में अपनी स्थिति मजबूत कर ली।

भुवनेश्वर ने 58 रन बनाए जबकि शमी 51 रन बनाकर नाबाद रहे। इन दोनों ने अपने करियर का सर्वोच्च स्कोर बनाकर दसवें विकेट के लिए 111 रन की रिकॉर्ड साझेदारी निभाई, जिससे भारत दो रन के अंदर चार विकेट गंवाने के बावजूद 457 रन के मजबूत स्कोर तक पहुंचने में सफल रहा।

इन दोनों से पहले सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (146) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (82) की शानदार बल्लेबाजी भारतीय पारी का आकर्षण रही। इंग्लैंड के गेंदबाजों को खिन्न करने वाली साझेदारी निभाने के बाद भुवनेश्वर और शमी ने नई गेंद संभाली और भारत को जल्द ही पहली सफलता भी दिला दी।

शमी ने पारी के चौथे ओवर में ही एलिस्टेयर कुक (5) को बोल्ड किया। इंग्लैंड ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक एक विकेट पर 43 रन बनाए हैं और वह भारत से 414 रन पीछे है। कुक की खराब फार्म फिर से जारी रही। शमी की सीधी गेंद उनके थाई पैड से लगकर विकेटों में समा गई।

इसके बाद अपना तीसरा टेस्ट मैच खेल रहे सैम रोबसन (नाबाद 20) और चौथा टेस्ट खेल रहे गैरी बैलेन्स (नाबाद 15) ने सपाट पिच पर इंग्लैंड को आगे कोई झटका नहीं लगने दिया। शमी ने 15 रन देकर एक विकेट लिया है। भुवनेश्वर, ईशांत शर्मा, रवींद्र जड़ेजा और स्टुअर्ट बिन्नी ने भी गेंदबाजी की लेकिन उन्हें पहली सफलता का इंतजार है।

भुवनेश्वर और शमी की साझेदारी भारत की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ नया रिकॉर्ड है। इससे पहले अनिल कुंबले और एस श्रीसंत ने 2007 में ओवल में 73 रन की भागीदारी की थी। इन दोनों ने ठीक एक साल पहले ऑस्ट्रेलिया के फिल ह्यूज और एस्टन एगर की साझेदारी की यादें ताजा कर दीं जिन्होंने 11 जुलाई, 2013 को इसी मैदान पर दसवें विकेट के लिए 163 रन की साझेदारी की थी।

इंग्लैंड के गेंदबाजों को इस साझेदारी को तोड़ने के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ी इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इन दोनों ने कुल 38.1 ओवर तक बल्लेबाजी की। चाय के विश्राम के बाद पहले भुवनेश्वर ने जेम्स एंडरसन की गेंद पर एक रन लेकर अपने करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया जबकि अगली गेंद पर शमी ने साइट स्क्रीन पर छक्का जड़कर 50 रन पूरे किए।

भुवनेश्वर ने आखिर में कामचलाऊ स्पिनर मोइन अली पर लंबा शॉट खेलने के प्रयास में मिड ऑन पर कैच थमाया जिससे इस साझेदारी का अंत हुआ। उन्होंने अपनी पारी में 149 गेंद खेलीं और पांच चौके लगाए जबकि शमी की 81 गेंद की पारी में छह चौके और एक छक्का शामिल है।

ब्रॉड ने गेंदबाजी की शुरुआत की और पांच ओवर में केवल आठ रन दिए। इस बीच उन्होंने कई अवसरों पर धोनी को परेशान किया। इस बीच धोनी जब 52 रन पर खेल रहे थे तब मैट प्रायर ने उनका आसान कैच टपकाया। विजय जब 150 रन की संख्या छूने से एक शॉट पीछे थे तब एंडरसन ने उन्हें पगबाधा आउट कर दिया।

टीवी रीप्ले से हालांकि लग रहा था कि गेंद स्टंप के ऊपर से निकल सकती थी लेकिन अंपायर की अंगुली उठ चुकी थी और भारतीय सलामी बल्लेबाज की लाजवाब पारी का अंत हो गया था। उन्होंने 467 मिनट तक चली अपनी पारी के दौरान 361 गेंद खेलीं और 25 चौके और एक छक्का लगाया। जड़ेजा ने स्पिनर मोइन अली पर चौका और छक्का जड़ा।

लंच के बाद ब्रॉड और बेन स्टोक्स (79 रन देकर दो विकेट) ने विकेट निकाले जबकि धोनी तेजी से रन चुराने के प्रयास में एंडरसन के सीधे थ्रो पर रन आउट हो गए। जड़ेजा (25), अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे बिन्नी (1) और ईशांत (1) खराब शॉट खेलकर आउट हुए। तब लग रहा था कि भारत 400 रन तक नहीं पहुंच पाएगा लेकिन भुवनेश्वर और शमी ने इंग्लैंड के गेंदबाजों को निराश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें