शीर्ष आईसीसी एलीट पैनल के अंपायर साइमन टफेल छींटाकशी की घटनाओं से ऊब चुके हैं और उन्हें लगता है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुई श्रृंखला के बाद आगामी सत्र काफी कठिन होगा क्योंकि इसमें खिलाड़ी वाकयुद्ध से अपने प्रतिद्वंद्वियों पर ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की कोशिश करेंगे।
पिछले चार साल से क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ अंपायर चुने जाने वाले टफेल ने कहा कि उन्हें आगामी भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली श्रृंखला में कुछ विस्फोटक घटनाओं की उम्मीद है।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने टफेल के हवाले से लिखा कि अब भारत और पाकिस्तान के बीच श्रृंखला, होगी जिसमें छींटाकशी की संभावना है। सौभाग्य से खिलाड़ी इस तरह के मुद्दे का निपटारा अपने आप ही कर लेते हैं।
उन्होंने कहा कि हमें इसके बारे में पता है इसलिए मीडिया इस पर काफी ध्यान देती है, लेकिन मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया-भारत एक दिवसीय श्रृंखला समाप्त होने के बाद भी हमारे सामने कठिन श्रृंखलाएँ हैं, जिसमें काफी प्रतिस्पर्धी खिलाड़ी मौजूद होंगे जो ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने की कोशिशों में लगे होंगे।
हालाँकि डेरेल हेयर के घटनाक्रम के बाद भी टफेल को नहीं लगता कि उप-महाद्वीप से आने वाली टीमों के मैचों के लिए अलग अंपायर रखने होंगे।
टफेल ने कहा मुझे लगता है कि इसमें अलग बातें हो सकती हैं और इन्हें निपटाने के तरीके भी विभिन्न हो सकते हैं, लेकिन आप इन मैचों में दूसरे मैचों की तरह ही अंपायरिंग करते हैं और आप इन्हीं मैचों की तरह इनकी तैयारी करते हैं।
इस ऑस्ट्रेलियाई ने कहा कि वह कुछ खिलाड़ियों के उसी भाषा के दोहराव को सुनते हुए ऊब चुके हैं और वह एस. श्रीसंथ और एंड्रयू साइमंड्स के बीच छींटाकशी को उस खराब दृश्य में बदलने से रोकने की कोशिश करेंगे।
मुझे लगता है ज्यादातर अंपायर खिलाड़ियों को वह सब कुछ कहने देते हैं जो वे कहना चाहते हैं, लेकिन एक ही बात बार बार सुनकर यह छींटाकशी काफी उबाऊ हो जाती है, लेकिन अंपायर इसे अंपायर बनाम खिलाड़ी के बजाय दोनों खिलाड़ियों का मुद्दा ही बनाए रखने की कोशिश करते हैं।