आयरलैंड के कप्तान विलियम पोर्टरफील्ड का मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ जीत अब इतिहास बन गई है और उनकी टीम का ध्यान अब केवल विश्व कप में कल भारत के खिलाफ होने वाले मैच पर है।
पोर्टरफील्ड ने मैच की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा कि हम बुधवार को पीछे छोड़ चुके हैं। हमें अपने प्रदर्शन पर गर्व है और हमने तब इतिहास रचा था। हमें अब नए सिरे से शुरुआत करनी होगी क्योंकि हमारे सामने अब बड़ी चुनौतियाँ हैं।
उन्होंने कहा कि आयरलैंड भारत के घरेलू दर्शकों के सामने खेलने को लेकर परेशान नहीं है। पोर्टरफील्ड ने कहा कि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही हमें पता था कि हमें ग्रुप चरण में दो मेजबान देशों से भिड़ना है। यह बहुत बड़ा मैच होगा। हम बांग्लादेश से उसकी सरजमीं पर खेले और यह भी उस जैसा ही मैच होगा।
उन्होंने कहा कि हमें अब तक कुछ अच्छा समर्थन मिला है और कल भी हम ऐसी उम्मीद करते हैं। भारत से उसकी सरजमीं पर खेलना विशेष है। हम इस मैच पर ध्यान दे रहे हैं। बांग्लादेश के खिलाफ मैच में आयरलैंड ने अधिकतर समय दबदबा बनाये रखा था और पोर्टरफील्ड ने कहा कि वह अनुभव भारत के खिलाफ काम आएगा।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हम दर्शकों के शोर के बीच खेले थे लेकिन हम मैच के अधिकतर हिस्से में उन पर दबाव बनाने में सफल रहे। हमें उस अनुभव का फायदा मिलेगा। केविन ओब्रायन को पिछले मैच में गेंदबाजी का मौका नहीं मिला था और पोर्टरफील्ड का कहना है कि इससे पता चलता है कि उनके पास गेंदबाजी में कितने विकल्प हैं।
उन्होंने कहा कि गेंदबाजी में हमारे पास काफी विकल्प हैं। यहाँ तक कि केविन ओ'ब्रायन को एक ओवर करने का मौका नहीं मिला। हमें गेंदबाजी में अपने विकल्पों के लिए रणनीति बनानी होगी। यदि हमें पिछले मैच की तरह 300 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करना है तो फिर निचले क्रम में भी अच्छी बल्लेबाजी होनी जरूरी है।
पोर्टरफील्ड से जब आंद्रे बोथा के बारे में पूछा गया जो चोट के कारण पिछले मैच में नहीं खेल पाए थे, उन्होंने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि आंद्रे उस मैच से पहले चोटिल हो गया था। हमें पूरा विश्वास है कि वह कल के मैच के लिए फिट हो जाएगा। पिछले मैच में अलेक्स कुसाक को रखा गया था और गैरी विल्सन अतिरिक्त बल्लेबाज था। (भाषा)