रणजी चैंपियन राजस्थान और शेष भारत के बीच शनिवार से यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम के ग्रीन टॉप विकेट पर खेले जाने वाले पांच दिवसीय ईरानी ट्रॉफी मैच में युवा खिलाड़ियों के पास खुद को साबित करने का सुनहरा मौका होगा।
शेष भारत की कप्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल संभाल रहे हैं जबकि उपकप्तान युवा बल्लेबाज शिखर धवन हैं। टीम में अभिनव मुकुंदृ, अजिंक्य रहाणे, मनीष पांडे और रवीन्द्र जडेजा जैसे बल्लेबाज हैं। इनमें से पार्थिव, रहाणे और जडेजा तो इंग्लैंड के खिलाफ भारत की वनडे टीम में शामिल हैं।
गेंदबाजों में भी शेष भारत के तेज गेंदबाज उमेश यादव. वरूण आरोन और आर विनय कुमार तथा लेग स्पिनर राहुल शर्मा भी वनडे टीम में शामिल किए गए हैं। उनके लिए भी यह मैच खुद को साबित करने का एक बेहतरीन मौका है।
राजस्थान के मुख्य तेज गेंदबाज पंकज सिंह इस मैच में नहीं खेल पा रहे हैं जबकि जयपुर के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अनिकेत चौधरी रणजी चैंपियन टीम का नया चेहरा हैं। पंकज ने पिछले घरेलू सत्र में सर्वाधिक 53 विकेट हासिल किए थे लेकिन चोट के कारण वह घरेलू सत्र के इस शुरआती मैच में नहीं खेल पाएंगे।
चौधरी ने राजस्थान के लिए अब तक कोई प्रथम श्रेणी मैच नहीं खेला है। ईरानी ट्रॉफी मैच से वह अपना पदार्पण करेंगे। राजस्थान की उम्मीदें पिछले सत्र में शानदार पदार्पण करने वाले दीपक चाहर, सुमित माथुर, मनजीत सिंह और चौधरी पर निर्भर करेंगी।
राजस्थान की बल्लेबाजी उसकी गेंदबाजी के मुकाबले कहीं ज्यादा मजबूत है। कप्तान ऋषिकेश कानिटकर, पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपडा, विनीत सक्सेना, रश्मि रंजन परीदा, अशोक मीनारिया और रोबिन बिष्ट टीम को अच्छा स्कोर देने में सक्षम हैं। चोपडा और कानिटकर की बल्लेबाजी की बदौलत ही राजस्थान ने पिछले वर्ष रणजी खिताब जीता था।
युवा बल्लेबाज मीनारिया ने क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल में लगातार तीन शतक बनाकर सभी को प्रभावित किया था। ईरानी ट्रॉफी में भी मीनारिया की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
शेष भारत की बल्लेबाजी कप्तान पार्थिव पटेल, शिखर धवन, पिछले ईरानी मैच में शतक बनाने वाले अभिमन्यु मुकुंद, रहाणे, पांडे और जडेजा पर निर्भर करेंगी।
शेष भारत के सात खिलाड़ी भारत की वनडे टीम में शामिल किए गए हैं जिससे इस टीम का मनोबल काफी ऊंचा हो गया है। बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही विभागों में शेष भारत संतुलित टीम नजर आ रही है।