पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान मोहम्मद यूसुफ ने कहा है कि हो सकता है कि कप्तानी की वजह से उनका निजी प्रदर्शन खराब हुआ हो लेकिन बावजूद इसके वह अपनी टीम का नेतृत्व करते रहना चाहते हैं।
यूसुफ ने कहा हो सकता है कि कप्तानी का असर मेरी बल्लेबाजी पर पड़ रहा हो। मैं इससे पहले अच्छे फॉर्म में था लेकिन अब मुझे ही पता नहीं है कि मैं खराब कैसे खेल रहा हूँ।
हालांकि ऑस्ट्रेलिया के इस दौरे में मेरा प्रदर्शन पहले के दो दौरे से बेहतर रहा है। हाँ ये जरूर है कि इस बार मैं ज्यादा रन नहीं बना सका। मैं कप्तानी का आनंद उठा रहा हूँ और मैं आगे भी ऐसा करते रहना चाहता हूँ।
उन्होंने कहा हो सकता है कि मुझ पर बहुत दबाव हो और बल्लेबाजी के दौरान यह सामने आ जाता हो लेकिन किसी न किसी को तो कप्तानी करनी ही होगी। मैंने तो अभी शुरुआत की है और सिफ छह टेस्टों में ही कप्तानी की है लेकिन जिस परिस्थिति में मैंने कप्तानी का दायित्व संभाला है, वह अपने आप में कठिन था। मुझे लगता है कि मैंने अभी तक ठीक ठाक ही किया है।
गौरतलब है कि यूसुफ ने जब से कप्तानी संभाली है उनकी बल्लेबाजी में गिरावट ही देखी गई है। वह पिछले नौ टेस्टों में केवल एक ही शतक लगा पाए हैं। इसके अलावा आज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ समाप्त हुई तीन मैचों की टेस्ट सिरीज में उनका प्रदर्शन और भी बुरा रहा है। वह इस सिरीज की छह पारियों में 30 से भी कम के औसत से रन बनाए हैं और केवल एक अर्द्धशतक लगा पाने में सफल रहे।
हालाँकि यूसुफ का मानना है कि उनकी कप्तानी की आलोचना करना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने तो अभी अभी कमान संभाली है और कप्तानी कोई पैदायशी नहीं होता है। इसमें वक्त लगता है। मैं खुद में निखार लाने के लिए किसी से भी मदद लेने को तैयार हूँ। मेरे आलोचक कहते हैं कि मैंने गलतियाँ की हैं। चलिए मैं भी मानता हूँ कि मैंने गलतियाँ की लेकिन आप ही बताए कि क्या किया जाए। मैं अभी सीख रहा हूँ और उम्मीद है कि आगे बेहतर करूँगा।
यूसुफ ने अपनी युवा टीम का भी बचाव करते हुए कहा कि इससे मजबूत पाकिस्तानी टीम भी ऑस्ट्रेलिया में हारी है। उन्होंने कहा कि अब ऑस्ट्रेलिया को हराना आसान है। हम सिडनी में जीत के करीब पहुँचकर फिसल गए। हमारे लिए यह निराशाजनक था। क्रिकेट में तो ऐसा चलते ही रहता है। (वार्ता)