कुक और बैलेन्स ने इंग्लैंड के नाम किया पहला दिन

रविवार, 27 जुलाई 2014 (22:59 IST)
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साउथम्पटन। कप्तान एलिस्टेयर कुक फार्म में वापसी करने के बावजूद शतक से चूक गए लेकिन गैरी बैलेन्स अपने करियर का तीसरा सैकड़ा पूरा करने में सफल रहे, जिससे इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन आज यहां भारत के खिलाफ अपना पलड़ा भारी रखा।

कुक ने शुरू में मिले जीवनदान का फायदा उठाकर 95 रन बनाए और बैलेन्स (नाबाद 104) के साथ दूसरे विकेट के लिए 158 रन की साझेदारी की। इंग्लैंड ने पहले दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट पर 247 रन बनाए हैं। बैलेन्स के साथ दूसरे छोर पर इयान बेल 16 रन बनाकर खेल रहे हैं।

ईशांत शर्मा चोटिल होने के कारण इस मैच में नहीं खेल पाए, जिससे भारत की गेंदबाजी पंगु हो गई थी और उसमें अनुशासन की कमी दिखी। पहले दिन केवल मोहम्मद शमी (62 रन देकर एक विकेट) और रविंद्र जडेजा (34 रन देकर एक विकेट) को ही विकेट मिले।

पिछले दो मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाले भुवनेश्वर कुमार (58 रन देकर कोई विकेट नहीं) को एजिस बाउल में विकेट का इंतजार है। अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे पंकज सिंह (62 रन देकर कोई विकेट नहीं) का भाग्य ने साथ नहीं दिया, जो उन्हें कुक का विकेट नहीं मिला।

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जडेजा ने यदि कुक का आसान कैच नहीं छोड़ा होता तो इंग्लैंड के कप्तान का फार्म में लौटने का इंतजार बढ़ जाता। आखिर में जडेजा ने ही उन्हें शतक से वंचित रखा। चाय के विश्राम के बाद जब वह मजबूती से शतक की तरफ बढ़ रहे थे, तब लेग साइड की तरफ जाती गेंद उनके बल्ले का हल्का किनारा लेकर महेंद्र सिंह धोनी के दस्तानों में चली गई। कुक हालांकि अंपायर मारियास इरासमुस के फैसले से खुश नहीं दिखाई दे रहे थे। उन्होंने 231 गेंद खेली तथा नौ चौके लगाए।

भारत ने लॉर्ड्‍स में दूसरा टेस्ट मैच 95 रन से जीतकर पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना रखी है। नॉटिंघम में पहला टेस्ट मैच ड्रा छूटा था। एजिस बाउल की पिच भी ट्रेंटब्रिज की तरह कुछ सपाट दिख रही है और ऐसे में इसमें भारत को दूसरे विशेषज्ञ स्पिनर की कमी खल सकती है।

भारत इस मैच में सात बल्लेबाजों के साथ उतरा है। उसने अपनी टीम में दो बदलाव किए। चोटिल ईशांत की जगह पंकज को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण का मौका दिया जबकि स्टुअर्ट बिन्नी के स्थान पर रोहित शर्मा को टीम में रखा।

इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। कुक और सैम रोबसन (26) ने पहले विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की। जडेजा से मिले जीवनदान की बदौलत कुक खराब दौर से बाहर निकलने में सफल रहे। दिन के 12वें ओवर में ही पंकज की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर तीसरी स्लिप में जडेजा के पास पहुंची लेकिन वह इसे कैच नहीं कर पाए। कुक तब 15 रन पर खेल रहे थे।

पहले दो सत्र में केवल शमी को ही सफलता मिली। वह जब दूसरा स्पैल करने के लिए आए तो उन्होंने रोबसन का विकेट लेकर भारत को पहली सफलता दिलाई। ऑस्ट्रेलिया में जन्में इस बल्लेबाज ने आउटस्विंगर को छेड़ने की सजा भुगती और इस बार जडेजा ने तीसरी स्लिप में कैच लेने में कोई गलती नहीं की।

धोनी ने पहले दिन ही अपने दो कामचलाऊ स्पिनरों रोहित और शिखर धवन से भी गेंदबाजी करवाई लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। कुक और बैलेन्स ने दूसरे सत्र में बिना किसी परेशानी के भारतीय गेंदबाजों का सामना किया। भारतीय आक्रमण में तीक्ष्णता का अभाव दिखा। इंग्लैंड के कप्तान ने पारी के 31वें ओवर में 36वां अर्धशतक पूरा करके अपने सिर से बहुत बड़ा बोझ हटाया।

पारी के 33वें ओवर में शमी ने कुक के खिलाफ विकेट के पीछे कैच की जोरदार अपील की लेकिन अंपायर ने उसे ठुकरा दिया हालांकि रीप्ले से लग रहा था कि गेंद संभवत: बल्ले का हल्का किनारा लेकर गई थी। चाय के विश्राम तक इंग्लैंड ने एक विकेट पर 186 रन बनाए थे तथा कुक और बैलेन्स मजबूती से शतक की तरफ बढ़ रहे थे।

कुक ने शमी पर मिडविकेट पर चौका जड़कर अपना स्कोर 90 रन पर पहुंचाया था। वह जिस धर्य और एकाग्रता से बल्लेबाजी कर रहे थे उससे लगा रहा था कि यहां उनका 26वां टेस्ट शतक बन जाएगा। लेकिन जडेजा ने आखिर में कुक को शतक पूरा नहीं करने दिया। वह पिछली 28 पारियों से शतक नहीं जड़ पाए हैं।

बैलेन्स भी शतक के करीब पहुंचने के बाद कुछ धीमे पड़ गए थे लेकिन उन्होंने शमी पर अपनी पारी का 15वां चौका जड़कर 189 गेंद पर अपना तीसरा शतक पूरा किया। (भाषा)

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