बारह मैचों में से आठ हारकर आईपीएल प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी पुणे वॉरियर्स टीम गुरुवार को कोलकाता नाइट राइडर्स को हराकर खोया सम्मान हासिल करने के इरादे से उतरेगी। यह मैच सौरव गांगुली के लिए भी पुरानी टीम से बदला चुकता करने का एकमात्र मौका होगा।
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वॉरियर्स के प्लेऑफ में पहुंचने की सारी उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं। वहीं नाइट राइडर्स 12 मैचों में सात जीतने के साथ प्लेऑफ की दौड़ में बने हुए हैं।
वॉरियर्स को हराकर प्लेऑफ में पहुंचने की उनकी राह आसान हो जाएगी लेकिन यह जीत दर्ज करना उतना आसान नहीं होगा। किंग्स इलेवन पंजाब से प्लेऑफ में पहुंचने के लिए उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है। पंजाब ने मंगलवार को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 111 रन से हराकर अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं।
वॉरियर्स और नाइट राइडर्स का मैच इसलिए भी खास है क्योंकि गांगुली इसमें अपनी पुरानी टीम के खिलाफ खेलेंगे। भारत के पूर्व कप्तान शाहरुख खान की टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे जिसने आईपीएल की नीलामी में उनकी उपेक्षा की थी।
केकेआर ने इस सत्र में कुछ मैच जीते और कुछ हारे हैं। पिछले मैच में उसे बेंगलुरु ने हराया लेकिन उसे इससे उबरने के लिए अच्छा समय मिल गया। अब वे वॉरियर्स को हराकर जीत की राह पर लौटना चाहेंगे।
केकेआर की बल्लेबाजी कप्तान गौतम गंभीर, जैक कैलिस, मनोज तिवारी और यूसुफ पठान के इर्द गिर्द घूमती है। गेंदबाजी में स्पिनर पठान और इकबाल अब्दुल्ला ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन ब्रेट ली सबसे निराशाजनक साबित हुए हैं।
लक्ष्मीपति बालाजी ने सात विकेट लिए हैं लेकिन महंगे साबित हुए। खब्बू बल्लेबाजों से भरी पुणे की टीम के खिलाफ पठान उपयोगी साबित हो सकते हैं।
वॉरियर्स की बल्लेबाजी बहुत हद तक जेसी राइडर और कप्तान युवराज सिंह पर निर्भर करती है। गांगुली दो मैच पहले ही टीम में शामिल हुए हैं। रॉबिन उथप्पा और मनीष पांडे अच्छी शुरुआत को बड़ी पारियों में नहीं बदल सके हैं। उथप्पा ने पिछले मैच के बाद कहा था कि उनकी टीम आखिरी दोनों मैच जीतकर अंकतालिका में सबसे नीचे खिसकने से बचना चाहेगी।
पुणे की गेंदबाजी भी निराशाजनक रही है। छह की इकोनॉमी रेट से 16 विकेट लेने वाले स्पिनर राहुल शर्मा को छोड़कर किसी ने प्रभावित नहीं किया। वेन पार्नेल और युवराज सिंह ने नौ विकेट लिए हैं लेकिन मुरली कार्तिक ने निराश किया।