जर्मनी का क्रूर तानाशाह एडोल्फ हिटलर भी लोकप्रिय खेल बनकर उभरे क्रिकेट के सुरूर से अछूता नहीं था और उसने इस खेल को न सिर्फ खेला बल्कि वह इसके नियमों की नई इबारत लिखकर क्रिकेट को ‘नात्सीवाद’ का जामा भी पहनाना चाहता था।
हाल में प्रकाशित एक किताब में हिटलर के इस खेल को नात्सीवाद के प्रचार के माध्यम के रूप में गम्भीरता से लेने की कहानी बयान की गई है।
पुस्तक के मुताबिक हिटलर ने गेंद से बचाव के लिये पैरों पर लगाए जाने वाले पैड हटाने की वकालत की थी। उसका कहना था कि ‘‘कृत्रिम गद्दियों’’ से कायरता जाहिर होती है और यह जर्मनी की शान के खिलाफ है।
जॉन सिम्पसन ने वर्ष 1930 में ‘डेली मिरर’ में छपे एक लेख में वर्णित तथ्यों के हवाले से अपनी किताब में लिखा है कि हिटलर ने पैड हटाने की वकालत की थी। साथ ही उसने अपेक्षाकृत अधिक बड़ी तथा ज्यादा सख्त गेंद इस्तेमाल करने का भी सुझाव दिया था। (भाषा)