गेंदबाजों ने निराश किया-धोनी

बुधवार, 6 जनवरी 2010 (18:34 IST)
मीरपुर। भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय क्रिकेट श्रृंखला में मंगलवार रात मिली पाँच विकेट की हार के लिए ओस को जिम्मेदार ठहराने के साथ साथ कहा है कि गेंदबाजों ने भी खासा निराश किया।

धोनी ने मैच के बाद कहा कि 280 रन के स्कोर का बचाव करना हमेशा मुश्किल होता है। हम जानते थे कि हमें शुरुआत में विकेट लेने होंगे क्योंकि दस ओवर में बाद इस पिच पर गेंदबाजों के लिए करने को कुछ नहीं था। ओस के कारण गेंद हाथ से फिसल रही थी। गेंद न तो यॉर्क हो रही थी और न ही रिवर्स स्विंग। स्पिनरों को भी कोई मदद नहीं मिली।

उन्होंने कहा कि हालात गेंदबाजी के अनुकूल नहीं थे लेकिन गेंदबाजों ने भी सही दिशा के साथ गेंदबाजी नहीं की। हमें पारी के अंतिम ओवरो में बेहतर गेंदबाजी करना सीखना होगा।

उल्लेखनीय है कि आशीष नेहरा ने पारी का जो 46 वां ओवर फेका था, उसमें उनकी गेंदों पर 18 रन निकले थे। इससे पहले 45 ओवर की समाप्ति के बाद श्रीलंका को 30 गेंदों में 38 रन बनाने थे लेकिन 46 वें ओवर की समाप्ति के बाद यह औसत 24 गेंदों में 20 रन का हो गया। यहीं पर श्रीलंका से दबाव हट गया और उसने आसानी से ये रन बनाकर जीत हासिल कर ली।

धोनी ने कहा ‍कि हम आग्रह करेंगे कि मैच जल्दी शुरु कराएँ जाएँ, लेकिन अगर मैच के समय में कोई परिवर्तन नहीं होता है तो ओस से बचने के लिए आपको कोई और उपाय करना पड़ेगा।

उधर श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा ने इस जीत का श्रेय टीम प्रयास को दिया। उन्होंने कहा कि थिलन समरवीरा और तिषारा परेरा ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। सुबह जब भारत बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था तो वेलेगेदरा और सूरज रणदीव ने शानदार गेंदबाजी करते हुए हमें मैच में लौटाया।

'मैन ऑफ द मैच' समरवीरा ने कहा कि रात में ओस के कारण बल्लेबाजी करना आसान था। मैं जानता था कि हमें एक अच्छी साझेदारी की जरूरत है और मैंने तथा कप्तान संगकारा ने यह काम कर दिखाया। अंत में परेरा ने भी काफी बढिया बल्लेबाजी की।

उन्होंने कहा कि गेंद बल्ले पर अच्छे तरीके से आ रही थी और रन बनाना मुश्किल नहीं था। मैं भी काफी दिनों बाद शतक बनाकर खुश हूँ। मेरा वनडे में यह दूसरा शतक था जो टीम के काम भी आया। (वार्ता)

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