चयन में प्रायोजकों का प्रभाव : पवार

सोमवार, 4 जून 2007 (03:40 IST)
भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष शरद पवार ने खुलासा किया है कि भारतीय टीम के युवा सदस्यों को यह लगता है कि टीम का चयन प्रायोजकों से प्रभावित है और उन्हें यह शिकायत मिली है कि खिलाड़ी का अनुबंध क्रीज पर बिताया गया वक्त निर्धारित करता है।

पवार ने बताया कि बीसीसीआई को एक 'अनौपचारिक' शिकायत मिली है, जिसमें कहा गया है कि खिलाड़ियों के अनुबंध के एक प्रावधान में क्रीज पर खिलाड़ी के ज्यादा वक्त बिताने पर ज्यादा फायदे की बात कही गयी है।

सीएनएन-आईबीएन को दिए साक्षात्कार में पवार ने कहा यह एक अनौपचारिक शिकायत है और यदि इसे सही पाया जाता है तो व्यवस्था को मजबूत बनाया जाना चाहिए, इसलिए मैंने खिलाड़ियों से पुराने अनुबंधों की प्रतियाँ मुहैया कराने को कहा है।

यह पूछने पर कि क्या बोर्ड खिलाड़ियों को विज्ञापन करने से रोक रहा है पवार ने कहा यदि आठ-नौ खिलाड़ी किसी कंपनी के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करते हैं तो वह कंपनी चाहती है कि ये खिलाड़ी हमेशा टीम का हिस्सा है।

उन्होंने कहा युवा खिलाड़ियों के बीच ऐसी सोच है। एक युवा खिलाड़ी ने मुझसे ऐसा कहा था लेकिन उसके भविष्य को देखते हुए मैं इस बारे में बात नहीं करूँगा। इसकी आधिकारिक जाँच होगी लेकिन हम इस पर गौर जरूर करेंगे।

खिलाड़ियों के विज्ञापन से जुड़े विवादित मुद्दे पर पवार ने कहा कि बोर्ड इस समस्या से निपटने के लिए बहुत लचीला रुख अपनाएगा। उन्होंने कहा इस पर कोई तय नियम नहीं हैं। हम इस बारे में काफी लचीला रुख अपना रहे हैं। हम खिलाड़ियों से बात करेंगे।

नए कोच की नियुक्ति के बारे में पूछने पर बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि विशेष समिति में तीन पूर्व कप्तान सुनील गावसकर, रवि शास्त्री और एस. वेंकटराघवन इस बारे में फैसला करेंगे। इस समिति को ग्रेग चैपल के बाद भारतीय टीम के कोच के चयन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

उन्होंने कहा मेरा कोई पसंदीदा नहीं है। परम्परा है कि समिति का अध्यक्ष कोच की नियुक्ति करता है। लेकिन कोच पर फैसला तीन व्यक्ति गावसकर, शास्त्री और वेंकटराघवन लेंगे। वह जो भी निर्णय लेंगे हम उस पर अमल करेंगे।

पवार ने इस बात से इंकार किया कि बोर्ड ने चयन समिति को बांग्लादेश दौरे के लिए एकदिवसीय टीम से सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली को आराम देने के लिए विशेष निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा यह चयन समिति का फैसला है। मैं चयन की प्रक्रिया में दखलअंदाजी नहीं करता। बोर्ड ने सौरव-सचिन को आराम देने के निर्देश दिए थे ऐसी रिपोर्ट निराधार और गलत है।

पवार ने कहा बोर्ड चाहता था कि युवा टीम चुनी जाए। बोर्ड ने उनसे 20 खिलाड़ियों की टीम चुनने को कहा ताकि ज्यादा युवाओं को मौका मिल सके। बोर्ड अध्यक्ष ने कहा मैंने चयन समिति के अध्यक्ष को कहा था कि टीम के भविष्य के लिए जो अच्छा हो वह किया जाए। बोर्ड पूरी तरह से आपके साथ है।

वेबदुनिया पर पढ़ें