मौजूदा रणजी सत्र में कई खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद पूर्व चयनकर्ताओं का मानना है कि भारतीय क्रिकेट टीम में तत्काल कोई बदलाव की जरूरत नहीं है अन्यथा उसे ऑस्ट्रेलिया जैसे हालात का सामना करना पड़ सकता है।
पूर्व मुख्य चयनकर्ता चंदू बोर्डे और किरण मोरे का कहना है कि सौराष्ट्र के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा उत्तरप्रदेश के मध्यम तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे भारतीय टीम में चयन के प्रबल दावेदार हैं, लेकिन इनके लिए जगह बनने में कुछ समय लगेगा।
वहीं राष्ट्रीय चयन समिति के पूर्व सदस्य कीर्ति आजाद की राय है कि आनन-फानन में बदलाव करने से बचना होगा अन्यथा टीम इंडिया की स्थिति ऑस्ट्रेलिया की तरह हो जाएगी जो अनुभवी खिलाड़ियों के संन्यास लेने के बाद खराब दौर से गुजर रहा है।
आजाद ने कहा फिलहाल टेस्ट टीम में बदलाव की कोई गुंजाइश नहीं है। वीवीएस लक्ष्मण ने अच्छा प्रदर्शन किया है। युवराजसिंह ने भी सौरव गांगुली के जाने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ अच्छा खेलकर अपना दावा मजबूत किया है। राहुल द्रविड़ भले ही फॉर्म में न हो लेकिन वह इतने महान खिलाड़ी हैं कि एक दो श्रृंखला के खराब फॉर्म के आधार पर उन्हें बाहर नहीं किया जा सकता।