ट्वेंटी-20 से वनडे को खतरा: एमसीसी

ट्वेंटी-20 की बढ़ती लोकप्रियता के साथ टेस्ट क्रिकेट पर इसके असर को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं, लेकिन क्रिकेट नियमों के संरक्षा एमसीसी का मानना है कि पाँच दिनी क्रिकेट नहीं बल्कि 50 ओवर के मैचों पर अपना अस्तित्व खोने का खतरा है।

मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट ट्वेंटी-20 क्रिकेट के साथ अपने अस्तित्व को बरकरार रख सकता है, लेकिन उसका मानना है कि इस प्रारूप में दर्शकों की रुचि बनाए रखने के लिए कुछ दिलचस्प बदलाव करने की जरूरत है।

एमसीसी के सचिव और मुख्य कार्यकारी कीथ ब्रैडशा ने कहा कि एक परंपरावादी के रूप में मुझे लगता है कि टेस्ट क्रिकेट सर्वोच्च है और खिलाड़ियों के लिए यही सबसे बढ़कर है, इसलिए यह जरूरी है कि हम इसका बचाव करें और तथ्य यह है कि संख्या और रुचि घट रही है।

उन्होंने 'हेराल्ड सन' से कहा मैं एक मिनट के लिए भी नहीं सोच सकता कि टेस्ट क्रिकेट पर खत्म होने का खतरा है, लेकिन मुझे लगता है कि हमें कुछ नया करने की जरूरत है।

ब्रैडशा ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट के ट्वेंटी-20 के साथ आगे बढ़ने के लिए काफी संभावना मौजूद है और मुझे लगता है कि एकदिवसीय प्रारूप संकट में है और अगर 50 ओवर के मैचों में बदलाव के लिए आमूलचूल बदलाव नहीं किया जाता तो हो सकता है कि यह कम आकर्षक हो जाए या फिर ट्वेंटी-20 के कारण यह खत्म हो जाए।

उन्होंने कहा कि पाँच दिवसीय मैचों को अधिक आकर्षक बनाने के लिए एमसीसी कुछ नया करने पर विचार कर रहा है, जिसमें मैचों का आयोजन तटस्थ स्थान में कराना और दिन-रात्रि टेस्ट मैचों का आयोजन शामिल है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि एमसीसी ने अगले साल लॉर्ड्स में दूधिया रोशनी में इंग्लैंड और बांग्लादेश की मेजबानी की योजना बनाई है, लेकिन यह विवादास्पद प्रयोग आगे बढ़ सकता है क्योंकि उपयुक्त गेंद की तलाश अब भी जारी है।

वेबदुनिया पर पढ़ें