पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान कपिल देव का मानना है कि देश में खेलों के प्रति सोच में नया बदलाव आया है और खेलों का भविष्य सही दिशा में अग्रसर है।
कपिल ने कहा कि देश में खेलों के प्रति पुरानी सोच में एक नया बदलाव आया है। खेल जीवन का एक हिस्सा बन गए हैं। इस बदलाव के बाद मुझे पूरा यकीन है कि हमारी पीढ़ी के मुकाबले नई पीढ़ी में बेहतर खिलाड़ी होंगे।
उन्होंने कहा कि हमारे यहाँ कहा जाता है कि यह एक अरब लोगों का देश है, लेकिन ओलिम्पिक पदक नहीं जीत पाते। मगर आपको यह ध्यान देना होगा कि केवल तीन प्रतिशत लोग ही खेल खेलते हैं।
पूर्व कप्तान ने कहा कि क्रिकेट की मार्केटिंग होती है, लेकिन अन्य खेलों को संघर्ष करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमारे समय में हमें अपनी परेशानियों को खुद देखना पड़ता था, लेकिन आज खिलाड़ियों को देखने के लिए कम्पनियाँ होती हैं।
कपिल ने कहा कि खेलों में मार्केटिंग को आगे लाना है तो इसमें खिलाडियों को शामिल करना होगा। उन्होंने सवाल उठाया कि जो क्रिकेट खेले नहीं हैं वह क्रिकेटर और उसकी परेशानियों को कैसे समझ सकते हैं। जो हॉकी नहीं खेला हो, वह हॉकी को कैसे समझ सकता है।
कपिल ने कहा कि इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) एकमात्र ऐसा संगठन है जो खिलाड़ियों द्वारा चलाया जा रहा है। उन्होंने साथ ही कहा कि काश हमारे समय में मेरे लिए भी कोई कंपनी काम करती होती तो मैं और बेहतर प्रदर्शन कर सकता था।