पूर्व भारतीय कप्तान अजीत वाडेकर ने बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को भारतीय टीम से बाहर किए जाने के निर्णय को खेदजनक बताते हुए कहा कि द्रविड़ के साथ अन्याय हुआ है।
वाडेकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के पहले आगामी दो मुकाबलो के लिए टीम में द्रविड़ को शामिल नहीं किए जाने संबंधी सवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि राहुल के साथ अन्याय हुआ है।
उन्होंने क्रिकेट संघो में बढ़ती राजनीतिक दखल को स्वीकार करते हुए कहा कि राजनेताओं का संघ में आना अनुचित नहीं है, लेकिन क्रिकेटरों को भी संघों में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि सही टीम का चयन किया जा सके।
वर्ष 1970-71 में अजीत वाडेकर के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड को उसी के जमीन पर हराया था। इस विजय को यादगार बनाने के लिए वर्ष 1972 में कमला नेहरू उद्यान के परिसर में विजय बल्ले का निर्माण किया गया था, जिस पर तत्कालीन टीम के सभी खिलाड़ियों के नाम अंकित है।
सड़क मार्ग के विस्तार की योजना के तहत इस बल्ले को तोड़ दिया गया तथा नेहरू स्टेडियम में नया बल्ला स्थापित किया गया है। गौरतलब है कि पूर्व में भी वाडेकर ने ही विशाल बल्ले का लोकार्पण किया था।