पहले दो वनडे में युवाओं को मिलेगा मौका

बुधवार, 28 सितम्बर 2011 (23:43 IST)
सचिन तेंडुलकर और युवराज सिंह सहित कई चोटी के खिलाड़ियों के चोटों की वजह से चयन के लिए उपलब्ध नहीं होने के कारण राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के लिए अपेक्षाकृत कमजोर टीम का ही चयन करना पड़ेगा।

तेंडुलकर और युवराज के अलावा वीरेंद्र सहवाग की फिटनेस पर भी सवालिया निशान लगा हुआ है। इसके अलावा भारत के इंग्लैंड दौरे के दौरान कई अन्य खिलाड़ी भी चोटिल हो गए थे। चयन समिति की कल यहां बैठक होगी, जिसमें टीम का चयन किया जाएगा।

बल्लेबाजी विभाग में तो कोई दूसरा बल्लेबाज जिम्मेदारी संभाल लेगा लेकिन गेंदबाजी विभाग सबसे बड़ी चिंता है क्योंकि तेज गेंदबाज जहीर खान, ईशांत शर्मा और मुनाफ पटेल तीनों ही चयन के लिएउपलब्ध नहीं हैं। इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला के पहले दो मैच 14 अक्तूबर को हैदराबाद और 17 अक्टूबर को नई दिल्ली में खेले जाएंगे।

अन्य मैच मोहाली (20 अक्टूबर), मुंबई (23 अक्टूबर) और कोलकाता (25 अक्टूबर) को होंगे। पांव की अंगुलियों में चोट के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पिछली श्रृंखला से बाहर होने वाले तेंडुलकर अभी चैंपियन्स लीग ट्वेंटी-20 में भी नहीं खेल रहे हैं और संकेत मिल रहे हैं कि वे वनडे श्रृंखला के पहले दो मैच से बाहर रहेंगे।

अच्छी खबर यह है कि गौतम गंभीर पूरी तरह फिट हो गए हैं। वह चैंपियन्स लीग में कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से दो मैच भी खेल चुके हैं। इसी तरह से हरभजन सिंह के नाम पर भी विचार किया जाएगा। वह पेट की मांसपेशियों में खिंचाव से उबरने के बाद अभी मुंबई इंडियन्स के कार्यवाहक कप्तान बने हुए हैं।

बल्लेबाजों में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, सुरेश रैना, विराट कोहली, पार्थिव पटेल और युवा अजिंक्य रहाणे का चुना जाना तय है। रोहित शर्मा अंगुली में फ्रैक्चर से अभी तक नहीं उबर पाए हैं तो ऐसे में मनोज तिवारी और सुब्रहमण्यम बद्रीनाथ को टीम में बनाए रखा जा सकता है। गेंदबाजी अब भी चिंता का विषय बनी हुई है क्योंकि प्रवीण कुमार को छोड़कर कोई भी मुख्य गेंदबाज फिट नहीं है।

तेज गेंदबाज आशीष नेहरा की भी वापसी की चर्चा है लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ विश्वकप सेमीफाइनल के बाद से लेकर अब तक कोई प्रतिस्पद्र्धी मैच नहीं खेला है। टीम को हालांकि अनुभवी गेंदबाजों की दरकार है और ऐसे में बायें हाथ के इस 32 वर्षीय गेंदबाज को टीम में रखा जा सकता है जिन्होंने अब तक 120 एकदिवसीय मैच खेले हैं।

कर्नाटक के बायें हाथ के तेज गेंदबाज श्रीसंथ अरविंद के नाम पर भी विचार किया जा सकता है। अरविंद ने ट्वेंटी-20 मैचों में प्रभावशाली प्रदर्शन किया। तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका के लिएआर विनयकुमार, वरुण आरोन, उमेश यादव, अशोक डिंडा के बीच मुकाबला होगा। जहां तक स्पिन विभाग का सवाल है तो हरभजन सिंह और आर अश्विन को जगह मिलने की पूरी उम्मीद है।

रविंदर जडेजा का ऑलराउंडर के तौर पर चुना जाना तय है। उनकी बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी और निचले क्रम में बल्लेबाजी काफी उपयोगी साबित हो सकती है। इसके अलावा बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा भी चयन की दौड़ में हैं। (भाषा)

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