मुंबई। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शनिवार को कहा कि इंग्लैंड की मजबूत टीम के खिलाफ 9 जुलाई से ट्रेंटब्रिज, नाटिंघम में शुरू होने वाली 5 टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दौरान मौका मिलते ही मैच पर अपनी पकड़ मजबूत करना और आखिर तक उसे बनाए रखना महत्वपूर्ण होगा।
धोनी ने रवानगी से पहले कहा कि हमारे लिए इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की 2011 की श्रृंखलाएं निराशाजनक रहीं लेकिन जब हम दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड गए तो हम वास्तव में मैचों का अनुकूल समापन नहीं कर पाए।
उन्होंने कहा कि हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रयास किया लेकिन विरोधी टीम की बेहतरीन बल्लेबाजी से हम जीत हासिल नहीं कर सके। जब हम 50:50 की स्थिति में हों तो हमें उसका फायदा उठाना चाहिए।
भारतीय कप्तान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में पहले टेस्ट मैच और न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन में श्रृंखला के आखिरी मैच का जिक्र कर रहे थे। भारत की 18 सदस्यीय टीम रविवार तड़के इंग्लैंड के लिए रवाना होगी।
धोनी ने कहा कि भारत कैसी भी स्थिति में रहे उन्होंने अपना आक्रामक खेल ही खेलने का फैसला किया है, क्योंकि अंतिम एकादश में 7 बल्लेबाज होंगे।
उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी बल्लेबाजी का सवाल है तो मुझे अधिक आक्रामक होने की जरूरत है। जब मैं आक्रामक होकर खेलता हूं तो मैं बेहतर प्रदर्शन करता हूं। मैं पहली गेंद से अपने शॉट खेलने का इरादा रखता हूं। (भाषा)