बोर्ड की ग्रेडेड भुगतान प्रणाली बरकरार

मंगलवार, 12 जून 2007 (22:08 IST)
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने वीरेंद्र सहवाग और हरभजन सिंह को भले ही आगामी दौरों के लिए टीम में नहीं चुना हो, लेकिन ग्रेडेड भुगतान प्रणाली जारी रखने के बीसीसीआई के फैसले से इन दोनों को सालाना राशि मिलती रहेगी।

बीसीसीआई कार्यकारिणी की मंगलवार को यहाँ हुई बैठक में मौजूदा ग्रेडेड प्रणाली को जारी रखने का फैसला किया गया। बैठक के बाद बोर्ड के कोषाध्यक्ष एन. श्रीनिवासन ने कहा ‍कि खिलाड़ियों का अनुबंध अक्तूबर 2006 से शुरू होना था। इसे पहले ही नौ महीने बीत चुके हैं, इसलिए पुराने अनुबंध को ही जारी रखने का फैसला किया गया है।

ग्रेडेड प्रणाली के अनुसार खिलाड़ियों को 'ए', 'ी' और 'सी' तीन वर्गों में बाँटा गया है। इसमें ए ग्रेड के खिलाड़ी को 50 लाख 'बी' ग्रेड के खिलाड़ी को 35 लाख और 'सी' ग्रेड के खिलाड़ी को 20 लाख रुपए सालाना मिलता है।

बोर्ड ने कल इस संबंध में चार सीनियर खिलाड़ियों कप्तान राहुल द्रविड़, सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली और अनिल कुंबले से बंगलोर में बातचीत करके यह फैसला किया, जिसे आज कार्यकारिणी ने मंजूरी दी।

श्रीनिवासन ने कहा कि हमने खिलाड़ियों के साथ बातचीत करके ही यह फैसला किया। वे इससे खुश हैं। बोर्ड ने 2005-06 के लिए जो ग्रेडेड प्रणाली शुरू की थी उसके अनुसार ग्रुप 'ए' में आठ खिलाड़ियों को रखा गया था। ये सभी खिलाड़ी इसी ग्रुप में बने रहेंगे। बोर्ड की ग्रेडेड प्रणाली से लाभान्वित होने वाले खिलाड़ी इस प्रकार हैं-

ग्रुप 'ए' : राहुल द्रविड़, सचिन तेंडुलकर, वीरेंद्र सहवाग, अनिल कुंबले, वीवीएस लक्ष्मण, सौरव गांगुली, हरभजन सिंह और इरफान पठान।

ग्रुप 'बी' : युवराजसिंह, मोहम्मद कैफ, अजीत आगरकर, महेंद्रसिंह धोनी।

ग्रुप 'सी' : मुरली कार्तिक, गौतम गंभीर, जहीर खान, सुरेश रैना और एस. श्रीसंत।

अनुबंध पिछले साल एक अक्तूबर से लागू होने थे, लेकिन टीम के मार्च में विश्व कप के लिए प्रस्थान करने तक इन दस्तखत नहीं हो पाए थे।

श्रीनिवासन ने जी टेलीविजन की इंडियन क्रिकेट लीग से संबंधित किसी भी सवाल का जवाब देने से इंकार कर दिया, लेकिन बार-बार यह पूछने पर कि क्या समिति ने जी को उनकी योजना के साथ-आगे बढ़ने की अनुमति दे दी थी? श्रीनिवासन ने कहा नहीं।

इस बीच बोर्ड के सूत्रों ने कहा है कि आईसीएल के निदेशक मंडल में शामिल किये गए कपिल देव और किरन मोरे को कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया गया है। सू़त्र ने कहा लेकिन बोर्ड उनके आईसीएल के साथ जुड़ने से खुश नहीं है और उनसे बात करेगा।

वेबदुनिया पर पढ़ें