भारत की नजरें बांग्लादेश के खिलाफ क्लीन स्वीप पर

बुधवार, 18 जून 2014 (15:05 IST)
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मीरपुर। खेल के इतिहास के सबसे कम स्कोर का बचाव करते हुए जीत दर्ज करने के बाद आत्मविश्वास से भरपूर भारतीय टीम गुरुवार को यहां बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे और अंतिम वनडे में भी जीत के साथ श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप करने के इरादे से उतरेगी।

भारतीय टीम ने मंगलवार को मात्र 105 रन के स्कोर का बचाव किया था और टीम इंडिया अब मुशफिकुर रहीम की टीम को एक बार फिर मात देने को तैयार है।

भारत ने न सिर्फ बांग्लादेश को सिर्फ 58 रन पर ढेर किया बल्कि स्टुअर्ट बिन्नी ने बेजोड़ प्रदर्शन करते हुए 4 रन पर 6 विकेट चटकाते हुए सुनिश्चित किया कि घरेलू टीम का आत्मविश्वास पूरी तरह से टूट जाए।

कप्तान सुरेश रैना खुश हैं कि जहां पहले मैच में सलामी बल्लेबाजों ने उनकी जीत की नींव रखी, जहां मंगलवार को कम स्कोर वाले दूसरे मैच में तेज गेंदबाजों ने टीम की जीत की राह तैयार की।

टीम को अब अंतिम मैच में अपने मध्यक्रम के बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी जिससे इंग्लैंड दौर से पहले खिलाड़ियों को मौका देने का इस श्रृंखला का असल मकसद पूरा हो जाएगा।

टीम की चिंता का एकमात्र कारण मध्यक्रम के बल्लेबाजों चेतेश्वर पुजारा और अंबाती रायुडू की विफलता है। रायुडू पहले मैच में नाबाद रहे थे लेकिन पुजारा ने दोनों मैचों में 0 और 11 रन की पारी खेली। पहले मैच में हालांकि वे अंपायर के गलत फैसले का शिकार बने।

श्रृंखला पहले ही कब्जाने के बाद यह देखना होगा कि क्या कप्तान रैना और कोच डंकन फ्लैचर मध्यक्रम के साथ कुछ प्रयोग करेंगे या नहीं?

जहां तक वनडे टीम में जगह का सवाल है तो पुजारा के हाथ से समय निकलता जा रहा है। पुजारा काफी अच्छे क्षेत्ररक्षक नहीं हैं जबकि अब तक खेले 5 वनडे मैचों की किसी पारी में वे 20 रन भी नहीं बना पाए हैं।

रायुडू भी अपने 12 वनडे के दौरान प्रभावी नहीं लगे। उनका स्ट्राइक रेट 70 से कम का है, जो क्षेत्ररक्षण के मौजूदा हालात के बल्लेबाजों के अनुकूल होने के कारण किसी विशेषज्ञ बल्लेबाजी की ओर से प्रभावशाली नहीं है।

अगर टीम प्रबंधन सभी युवा खिलाड़ियों को आजमाना चाहेगा तो केदार जाधव और मनोज तिवारी जैसे बल्लेबाजों को मध्यक्रम में रायुडू और पुजारा की जगह मौका मिल सकता है।

भारतीय टीम हालांकि हाल के समय में श्रृंखला अपने नाम करने के बावजूद विजय टीम के साथ खेलने को तवज्जो देती रही है।

मोहित शर्मा और बिन्नी का पिछले मैच में शानदार प्रदर्शन के बाद गुरुवार के मैच में खेलना लगभग तय है। उमेश यादव काफी महंगे साबित हुए थे लेकिन उन्होंने 12 गेंदों में 17 रन बनाए। इसके अलावा उनकी रफ्तार भी उन्हें एक और मौका दिला सकती है।

दूसरी तरफ बांग्लादेश की ओर से पिछले मैच में तास्किन अहमद ने शानदार प्रदर्शन किया और पदार्पण करते हुए 5 विकेट चटकाए।

टीम ने तेज गेंदबाजी के अनुकूल पिच तैयार करते हुए 3 तेज गेंदबाजों को उतारा लेकिन उसका यह फैसला उसी पर भारी पड़ा, क्योंकि उसके बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों की स्विंग लेती गेंदों का सामना करने के लिए तकनीकी रूप से सक्षम नहीं थे।

टीम के पास साकिब अल हसन और मुशफिकुर रहीम के रूप में 2 सक्षम बल्लेबाज हैं लेकिन इनके विफल रहने पर टीम परेशानी में पड़ जाती है। एक समय भारत के लिए परेशानी का सबब रहे तमीम इकबाल आईसीसी विश्व टी-20 के बाद से बिलकुल भी लय में नहीं हैं और लगातार विफल रहे हैं।

टीमें इस प्रकार हैं: भारत- सुरेश रैना (कप्तान), रोबिन उथप्पा, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, मनोज तिवारी, केदार जाधव, अंबाती रायुडू, रिद्धिमान साहा, अक्षर पटेल, अमित मिश्रा, मोहित शर्मा, उमेश यादव, आर. विनय कुमार, परवेज रसूल, स्टुअर्ट बिन्नी।

बांग्लादेश- मुशफिकर रहीम (कप्तान), तमीम इकबाल, अनामुल हक, शमसुर रहमान, मोमिनुल हक, शाकिब अल हसन, नासिर हुसैन, महमुदुल्लाह, मिथुन अली, अब्दुल रज्जाक, मशरेफ मुर्तजा, सोहाग गाजी, जियाउर रहमान, अल अमीन हुसैन, तसकीन अहमद। (भाषा)

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