'मैन ऑफ द मैच' युवराजसिंह के नाबाद 61 रनों की मदद से भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फ्यूचर कप जीत लिया है। तीन वन-डे मैचों की सिरीज के तीसरे मैच में भारत ने 6 विकेट से जीत दर्ज की। यह पहला अवसर है, जब विदेशी जमीन पर भारत ने अफ्रीका को हराकर कोई वन-डे सिरीज जीती है।
भारत अब अगला मैच 3 जुलाई को ग्लास्गो में पाकिस्तान के खिलाफ वन-डे मैच खेलेगा।
31-31 ओवरों के इस मैच में भारत को जीत के लिए 149 रनों का लक्ष्य मिला था। भारत ने 4 गेंद शेष रहते 4 विकेट पर 152 रन बना लिए। चौथे विकेट के लिए युवराज और महेन्द्रसिंह धोनी (नाबाद) के बीच 35 गेंदों में 44 रन जोड़े गए। इस साझेदारी ने भारत की जीत को सहज बना डाला। इसके पूर्व द्रविड़ और युवी के बीच 70 रनों की भी भागीदारी निभाई गई।
जस्टिन कैम्प (61) और हर्शल गिब्स (56) के बीच पाँचवें विकेट के लिए हुई 99 रनों की साझेदारी ने दक्षिण अफ्रीका को काफी राहत दी और वह भारत के खिलाफ तीसरे और अंतिम निर्णायक एक दिवसीय मैच में निर्धारित 31 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 148 रन बनाने में सफल रहा।
जवाब में भारत ने सचिन तेंडुलकर, गौतम गंभीर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ के विकेट खोए। सचिन (8) को नतिनी की गेंद पर बाउचर ने लपका, जबकि गंभीर (5) स्टेन की गेंद पर बोल्ड हो गए। नेल ने गांगुली (17) को अपना शिकार बनाया। द्रविड़ 32 रनों के निजी स्कोर पर बाउचर के हाथों रन आउट हो गए।
चार विकेट गिरने के बाद लगने लगा था कि भारत इस संकट से उबर नहीं पाएगा, लेकिन युवराज ने काफी चतुराई से बल्लेबाजी की और वे भारत को जीत का मीठा स्वाद चखाकर ही मैदान से वापस लौटे। जब भारत के दोनों बल्लेबाज मैदान से वापस आए तो पूरी टीम ने सीमा रेखा पर गले लगाकर उन्हें बधाई दी।
सचिन तेंडुलकर की महानता : सचिन तेंडुलकर को तीन वन-डे मैचों के फ्यूचर कप में 'मैन ऑफ द सिरीज' घोषित किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में उनकी एक और महानता पूरी दुनिया ने देखी।
सचिन को जब पुरस्कार के लिए बुलाया गया तो उन्होंने 5 हजार डॉलर के पुरस्कार को ग्रहण करने के पूर्व सा्थी खिलाड़ी युवराज को बुलाया। सचिन ने कहा कि युवराज ने पिछले दो मैचों में जिस प्रकार की पारी खेली, उसी के कारण भारत जीता। मैं यह पुरस्कार युवराज के साथ शेयर करना चाहता हूँ।
बदले में युवराज ने सचिन की जर्रानवाजी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी यही विनम्रता उन्हें महान बनाती है। युवराज ने कहा कि सचिन भारतीय क्रिकेट ही नहीं, पूरी दुनिया के बेजोड़ खिलाड़ी हैं।
इससे पूर्व सिक्का हारकर अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी की चुनौती स्वीकार की, लेकिन 28 रनों के कुल स्कोर पर उसके चार कीमती बल्लेबाज पैवेलियन की शोभा बढ़ा रहे थे। नाजुक परिस्थिति में कैम्प और गिब्स ने धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी की। दोनों ने 95 गेंदों में 99 रन जोड़े।
अफ्रीका का चौथा विकेट 13वें ओवर में गिरा था, लेकिन गिब्स-कैम्प स्कोर को 127 तक ले गए। गिब्स 29वें ओवर में जहीर खान द्वारा बोल्ड हो गए। गिब्स ने 56 रनों की पारी में 3 चौके और 2 छक्के लगाए।
61 गेंदों में 5 चौके और 2 छक्के उड़ाकर 61 रन बनाने वाले कैम्प को सचिन तेंडुलकर ने बोल्ड किया। भारत की ओर से सचिन तेंडुलकर ने 10 रन देकर 2, आगरकर ने 21 रन देकर 2 और सौरव गांगुली ने 24 रन देकर 2 विकेट हासिल किए।
बारिश की वजह से भारतीय समयानुसार दोपहर 3 बजे शुरू होने वाला मैच साढ़े आठ बजे शुरू हुआ। अंपायर बेंसन और डार ने इस मैच को 50 से घटाकर 31 ओवर का कर दिया था।
अफ्रीका की पारी की शुरुआत खराब हुई। दूसरे ओवर की पाँचवीं गेंद पर अजीत आगरकर ने मार्क वान विक को पगबाधा आउट कर दिया। अगले ओवर में आगरकर ने कप्तान जैक्स कैलिस को खाता खोलने के पूर्व ही बोल्ड कर दिया।
अफ्रीका का दूसरा विकेट 8 रनों के कुल स्कोर पर पैवेलियन लौटा। जहीर खान के ओवर में अंपायर डार ने डिविलियर्स को जीवनदान दिया। गेंद बल्ले को स्पर्श करती हुई स्लिप में सचिन तेंडुलकर के हाथों में समा गई। अंपायर ने बल्लेबाज को आउट नहीं दिया।
13वें ओवर में सौरव गांगुली ने 2 बल्लेबाजों को आउट करके भारत का पलड़ा भारी कर दिया। गांगुली ने डिविलियर्स और डुमिनी को पैवेलियन का रास्ता दिखाया। अफ्रीका 28 रनों के मामूली स्कोर पर 4 विकेट गँवा चुका था, लेकिन कैम्प और गिब्स की बड़ी साझेदारी ने अफ्रीका को संघर्ष के लिए मैदान में वापस ला खड़ा किया था।