पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड जिस तरह से जावेद मियाँदाद की ना-नुकुर के बावजूद उन्हें राष्ट्रीय टीम का बल्लेबाजी सलाहकार बनाने के लिए मना रहा है उससे कोच वकार यूनुस खुश नहीं हैं।
वकार ने आज राष्ट्रीय टीम के शिविर की समाप्ति पर पत्रकारों से कहा, ‘हम लगातार एक ही चीज को क्यों दोहरा रहे हैं। जावेद भाई को पिछले साल भी इस पद की पेशकश की गई थी और फिर से यही किया गया। लेकिन यदि वह समय की कमी या अन्य किसी कारण से यह पद नहीं संभाल सकते तो हमें अन्य विकल्पों पर भी विचार करना चाहिए।’
मियाँदाद ने फिर से बल्लेबाजी कोच बनने की पेशकश ठुकरा दी लेकिन कुछ खिलाड़ियों के साथ काम करने के लिये वह दो दिन राष्ट्रीय शिविर में जरूर आए। वकार मीडिया के जरिये अपनी बात रखने में विश्वास नहीं रखते क्योंकि इससे नया विवाद पैदा हो सकता है।
उन्होंने कहा, ‘मैं ज्यादा नहीं कहता लेकिन यदि कोई कोच के तौर पर मेरा प्रदर्शन देखना चाहता है तो वह पिछले 12-13 महीने में टीम के प्रदर्शन को देख सकता है। परिणाम सारी कहानी बयाँ करता है। मेरा काम खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाना है और मैं यही कर रहा हूँ।’ (भाषा)