महान भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो एकदिवसीय मैचों के लिए भारतीय टीम से ऑलराउंडर यूसुफ पठान को बाहर किए जाने से हैरान हैं।
गावस्कर ने कहा कि बड़ौदा के ऑलराउंडर को इस बात से नहीं परखना चाहिए कि उसने कितने रन बनाए बल्कि इस बात से परखना चाहिए कि उसके आक्रामक क्रिकेट का पूरी टीम पर क्या असर पड़ता है।
गावस्कर ने ‘आईबीएन सेवन’ से कहा कि छठे नंबर पर उतरने वाले बल्लेबाज को रन बनाने के लिए अधिक ओवर नहीं मिलते। उसका आकलन उसके असर के आधार पर किया जाना चाहिए। जब आप तेजी से 20-30 रन बनाने की कोशिश करते हो तो आउट हो जाते हो और उसे आपके खिलाफ नहीं देखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अन्यथा कोई भी छठे या सातवें स्थान पर स्लॉग करने की कोशिश नहीं करेगा और केवल एक या दो रन पर ध्यान देगा, जिससे कि वह 19 या 20 रन बनाकर नाबाद रहे। गावस्कर ने कहा कि यूसुफ का चयन भारतीय टीम को संतुलित करता।
गावस्कर ने कहा कि सिर्फ कप्तान और कोच को ही नहीं बल्कि पूरी चयन समिति को उपयोगिता और संतुलन के बारे में सोचना चाहिए। सिर्फ बदलाव के लिए बदलाव करना ठीक नहीं है। मुंबई के इस पूर्व बल्लेबाज ने राहुल द्रविड़ के प्रति भी सहानुभूति जताई जिन्हें भी टीम से बाहर कर दिया गया।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला पर उन्होंने कहा कि दबाव रिकी पोंटिंग पर होगा। प्रतिष्ठित एशेज श्रृंखला गँवाने के बाद उसने ऑस्ट्रेलिया में एक भी मैच नहीं खेला है। इसलिए अगर वह भारत में जीतकर जाता है तो मौजूदा सत्र के घरेलू सरजमीं पर उसके उपर से दबाव कम हो जाएगा।