श्रीलंका के पूर्व कप्तान हसन तिलकरत्ने ने सनसनीखेज बयान देते हुए दावा किया है कि उनके देश में वर्ष 1992 के बाद से मैच फिक्सिंग आम बात रही है। तिलकरत्ने ने एक टीवी शो पर यह दावा करने के साथ वादा भी किया कि वे जल्द ही मैच फिक्सिंग में शामिल लोगों के नामों का खुलासा करेंगे।
श्रीलंका की ओर से 200 वनडे और 83 टेस्ट मैच खेलने वाले तिलकरत्ने ने कहा, ‘‘मैं अपने जमीर के साथ समझौता करते हुए आपको यह बता सकता हूं। मैच फिक्सिंग ऐसी चीज नहीं है जो कल या आज शुरू हुई है। मेरी जानकारी के मुताबिक, यह वर्ष 1992 से होना शुरू हुआ। मैं यह पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं।’’
अप्रैल 2003 से मार्च 2004 के बीच श्रीलंकाई टीम की कप्तानी संभालने वाले तिलकरत्ने ने कहा कि मैच फिक्सिंग में शामिल लोग इस मुद्दे को पैसे के दम पर दबाने में कामयाब रहे हैं लेकिन उन्होंने जल्द ही इन लोगों के बारे में खुलासा करने का वादा किया।
भारत और श्रीलंका के बीच मुंबई में खेले गए विश्व कप मैच के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह मैच (फाइनल) फिक्स था। लेकिन इस देश में पिछले काफी समय से मैच फिक्सिंग हुई है। यह आज कैंसर की तरह फैली है।’’
तिलकरत्ने ने सवाल किया, ‘‘इस मैच (विश्व कप फाइनल) के लिए चार खिलाड़ी क्यों बदले गए। यह सवाल पूछा जाना चाहिए। अर्जुन (रणतुंगा) ने इस बारे में बोला था, हम जो लोग क्रिकेट खेल चुके हैं उन्होंने इस बारे में बात की। हम (इस मैच में) पूरी तरह नई टीम के साथ खेल रहे थे।’’
‘डेली मिरर’ अखबार ने तिलकरत्ने के हवाले से कहा, ‘‘मेंडिस को हटाकर दूसरे स्पिनर को क्यों शामिल किया गया, कपूगेदारा दौड़ में शामिल नहीं थे लेकिन उन्हें चमारा सिल्वा की जगह शामिल किया गया। यह उचित नहीं है।’’ श्रीलंका के पूर्व कप्तान ने विश्व कप टीम के चयन के समय पर भी संदेह जताया।
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व कप के लिए टीम का सात जनवरी को चयन हुआ। मैंने टीवी शो में सवाल किया कि यह टीम आईपीएल नीलामी से एक दिन पहले क्यों चुनी गई। आईपीएल की नीलामी आठ जनवरी को थी।’’ तिलकरत्ने ने कहा, ‘‘प्रांतीय टूर्नामेंट का क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल 11, 12, 13 जनवरी को था। अगर श्रीलंका क्रिकेट कोई टूर्नामेंट आयोजित कराया था तो हम इस टूर्नामेंट को देखते हुए दो या तीन दिन बाद टीम चुन सकते थे। अगर ऐसा होता तो मेरा विश्वास है कि दो या तीन खिलाड़ी कुछ खिलाड़ियों की जगह ले सकते थे। मुझे इस बात पर शक है कि जो टीम चुनी गई, क्या वह सर्वश्रेष्ठ टीम थी।’
तिलकरत्ने ने कहा, ‘‘इस देश में एक धड़ा है जिसे आप नहीं जानते, मैं जानता हूं। हमने इस बारे में चर्चा की। इसकी जांच की। कोई भी इसकी जांच कर सकता है। आईपीएल से पहले टीम क्यों चुनी गई।’’ तिलकरत्ने ने कहा कि अगर चीजें इसी दिशा में बढ़ती रहीं तो जल्द ही श्रीलंका मैच फिक्सिंग के मामले में पाकिस्तान को टक्कर देगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह 1992 से हो रहा है और मैं उन लोगों को जानता हूं जो इससे जुड़े हैं। मैं यह बात पूरी जिम्मेदारी से कह रहा हूं।’’ पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘यह स्थिति हमेशा से है। समय समय पर जब भी यह बात बाहर आ जाती है तो इसे तुरंत नीचे दबा दिया जाता है। अगर कोई इस भ्रष्टाचार में हस्तक्षेप करके इसे नहीं रोकेगा तो अगले दो तीन साल में इस राजनीति और इन भ्रष्ट प्रशासकों की वजह से यह देश निकट भविष्य में पाकिस्तान के बाद दूसरे नंबर पर आ जाएगा।’’ (भाषा)