टेस्ट रोमांचक स्थिति में, भारत को 15 साल बाद एडिलेड में जीत की उम्मीद

रविवार, 9 दिसंबर 2018 (13:39 IST)
एडिलेड। पहली पारी के शतकधारी चेतेश्वर पुजारा (71) और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे (70) के शानदार अर्धशतकों के बाद गेंदबाजों के कसे हुए प्रदर्शन से भारत को मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट में जीत की उम्मीद दिखाई देने लगी है।
 
 
भारत ने मैच के चौथे दिन रविवार को अपनी दूसरी पारी में 307 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया के सामने जीत के लिए 323 रन का लक्ष्य रखा, जिसका पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट खोकर 104 रन बना लिए हैं और उसे जीत हासिल करने के लिए अभी 219 रन की जरूरत है जबकि भारत को 4 मैचों की सीरीज में बढ़त बनाने के लिए 6 विकेट चाहिए। 
 
भारत को एडिलेड मैदान पर दूसरी जीत की उम्मीद दिखाई दे रही है। भारत को इस मैदान में जो एकमात्र जीत मिली है, वह उसे सौरव गांगुली के नेतृत्व में दिसंबर 2003 में मिली थी। मुकाबला फिलहाल काफी रोमांचक हो चुका है और दोनों टीमों के लिए उम्मीदें बनी हुई हैं। 
 
भारतीय तेज गेंदबाज और स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को लगातार दबाव में रखा। अश्विन ने भारत को जल्द ही पहली सफलता दिला दी जब उन्होंने आरोन फिंच को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच करा दिया। पंत का मैच का यह सातवां कैच था। फिंच ने 35 गेंदों का सामना किया और 11 रन में एक चौका लगाया।
 
मार्कस हैरिस को तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने पंत के हाथों कैच करा दिया। पंत का यह आठवां कैच था। हैरिस ने 49 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 26 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया का दूसरा विकेट 44 के स्कोर पर गिरा। अश्विन ने उस्मान ख्वाजा को निपटाकर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर तीन विकेट पर 60 रन कर दिया। 
 
शमी ने आक्रमण पर लौटते हुए पीटर हैंड्सकॉम्ब को चेतेश्वर पुजारा के हाथों कैच करा दिया। हैंड्सकॉम्ब ने 40 गेंदों पर एक चौके के सहारे 14 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया का चौथा विकेट 84 के स्कोर पर गिरा। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने दो ओवर के लिए मुरली विजय को भी आजमाया लेकिन फिर वह अपने नियमित गेंदबाजों पर लौट आए।                
 
शान मार्श और ट्रेविस हैड ने संघर्ष करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 100 के पार पहुंचा दिया है। स्टंप्स के समय मार्श 92 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 31 और हैड 37 गेंदों में एक चौके के सहारे 11 रन बनाकर क्रीज पर थे। अश्विन ने 44 रन पर दो विकेट और शमी ने 15 रन पर दो विकेट लिए।
 
इससे पहले सुबह भारत ने तीन विकेट के नुकसान पर 151 रन से आगे खेलना शुरू किया। पुजारा ने 40 रन और रहाणे ने एक रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। दोनों टीम के स्कोर को 234 तक तक ले गए। दोनों अनुभवी बल्लेबाजों के बीच चौथे विकेट के लिए 87 रन की बेहतरीन साझेदारी हुई। 
 
पहली पारी में शतक बनाने वाले पुजारा दूसरी पारी में भी शतक की तरफ बढ़ रहे थे लेकिन ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने उन्हें आरोन फिंच के हाथों कैच करा कर इस खतरनाक होती जा रही साझेदारी को तोड़ दिया। पुजारा ने 204 गेंदों का सामना किया और 71 रन की पारी में नौ चौके लगाए। पुजारा का यह 20वां अर्धशतक था। उन्होंने पहली पारी में 123 रन बनाए थे। 
 
पुजारा के आउट होने के बाद रहाणे ने भारतीय पारी को आगे बढ़ने का सिलसिला जारी रखा। पुजारा के आउट होने के बाद मैदान पर उतरे रोहित शर्मा ने निराश किया और मात्र एक रन बनाकर लियोन का अगला शिकार बन गए। भारत का पांचवां विकेट 248 के स्कोर पर गिरा।
 
रहाणे ने युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत के साथ छठे विकेट के लिए 34 रन की साझेदारी की लेकिन इस साझेदारी के टूटने के बाद भारत ने अपने आखिरी पांच विकेट मात्र 25 रन जोड़कर गंवा दिए और उसकी दूसरी पारी 106.5 ओवर में 307 रन पर सिमट गयी। पंत को भी लियोन ने ही आउट किया।
 
पंत ने 16 गेंदों पर 28 रन की तेज तर्रार पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। रहाणे आठवें बल्लेबाज के रूप में टीम के 303 के स्कोर पर आउट हुए। रहाणे ने 147 गेंदों पर 70 रन में सात चौके लगाए। तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने रविचंद्रन अश्विन और ईशांत शर्मा को पैवेलियन भेजा और लियोन ने मोहम्मद शमी का विकेट लिया।
 
लियोन ने 42 ओवर की मैराथन गेंदबाजी में 122 रन देकर छह विकेट झटके जबकि स्टार्क ने 21.5 ओवर में 40 रन देकर तीन विकेट लिए। जोश हेजलवुड को एक विकेट मिला।

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