उन्होंने यह भी कहा कि टीम प्रबंधन पहले ही सूचित कर चुका है कि तेज गेंदबाजों का रोटेशन किया जाएगा। ब्रॉड ने कहा कि पहले ही इस पर चर्चा हो चुकी है कि किसी टेस्ट मैच से बाहर रहना पड़े तो दुखी होने की जरूरत नहीं है। यह कोई निजी हमला या बाहर करना नहीं है बल्कि प्रबंधन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि सभी को बराबर मौका मिले।
उन्होंने कहा कि वह कभी खराब फार्म की वजह से बाहर नहीं होना चाहते। उन्होंने कहा, मैं ऐसे मुकाम पर नहीं पहुंचना चाहता जब मुझसे कहा जाए कि वापिस लौटकर काउंटी क्रिकेट खेलो। आपके बाहर होने पर नए गेंदबाज आते हैं। आप टीम में रहते हैं तो ईकाई का हिस्सा रहते हैं। पांच टेस्ट मैचों में बदलाव तो किए जाएंगे लेकिन हम इसे समझते हैं। (भाषा)