जडेजा ने कहा कि मुझे खुद को साबित करना था कि मैं अभी भी सीमित ओवरों का क्रिकेट खेल सकता हूं। मुझे दुनिया में किसी को कुछ साबित नहीं करना था। रविवार की अपनी पारी के बारे में उन्होंने कहा कि यह काफी अहम पारी थी, क्योंकि यह निर्णायक मैच था। विकेट बल्लेबाजी के लिए उम्दा था। हमें बस गेंद को भांपकर खेलना था।
उन्होंने कहा कि मैंने इस साल ज्यादा वनडे क्रिकेट नहीं खेला। लेकिन जब भी मौका मिला गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की। 6 गेंदों में नाबाद 17 रन बनाने वाले शार्दुल ठाकुर के बारे में उन्होंने कहा कि आखिरी गेंद तक खेलना अहम था। हमें पता था कि हम ही जीतेंगे।