कानपुर। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में प्रभावी प्रदर्शन करने वाले लेग स्पिनर अमित मिश्रा वनडे टीम में अपनी जगह बरकरार रखने को बेकरार हैं और इसके लिए प्रदर्शन में सुधार का प्रयास करेंगे।
मिश्रा ने बीसीसीआई टीवी से कहा, 'वनडे टीम में वापसी करके बहुत अच्छा लगा और मुझे खुशी है कि अच्छी गेंदबाजी कर सका। यहां से मैं अपना प्रदर्शन सतत बेहतर करना चाहूंगा। भारत के लिए खेलते समय आत्मविश्वास होना बेहद जरूरी है। विकेट मिले या नहीं लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात सही लाइन और लैंथ से गेंदबाजी करना है।'
उन्होंने कहा कि मैं इस समय अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं और इसका पूरा मजा ले रहा हूं। मैं ज्यादा से ज्यादा विकेट लेना चाहूंगा और मैच की स्थिति के अनुरूप गेंदबाजी करना मेरा लक्ष्य होगा। मिश्रा ने 10 ओवर में 47 रन देकर दो विकेट लिए।
मिश्रा ने कहा कि मैंने जानबूझकर गेंद मिक्स कराई और गेंद को फ्लाइट कराने की कोशिश की। मैं बल्लेबाज को क्रीज पर जमने का मौका नहीं देना चाहता था और ना ही चाहता था कि वे मेरी गेंद भांप सके। मिश्रा ने हाशिम अमला को 24वें ओवर में पगबाधा आउट किया।
मिश्रा का कहना था कि उन्हें पता है कि हाशिम अमला बैकफुट पर बहुत खेलते हैं। वे उन्हें सीधी गेंद डालना चाहते थे जिससे वे पगबाधा या बोल्ड हो जाएं और वही हुआ।
डेविड मिलर का विकेट भी अहम था। उसके बारे में मिश्रा ने कहा कि, मुझे पता था कि मिलर मेरे खिलाफ रन बनाकर दबाव बनाना चाहेंगे, लेकिन मैंने उसे कसी हुई गेंदबाजी की। मैंने परफेक्ट गेंद फेंकी, जिस पर वह आगे निकला और स्टम्पिंग का शिकार हो गया।
मिश्रा के सामने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एबी डिविलियर्स भी ज्यादा रन नहीं बना सके। मिश्रा ने उनके खिलाफ रणनीति के बारे में कहा कि, एबी को गेंदबाजी की रणनीति सरल थी कि उसे दबाव बनाने का कोई मौका नहीं दिया जाए।
उन्होंने कहा कि, मुझे पता था कि वे बड़े शाट्स खेलना चाहेगा, लिहाजा मैने ढीली गेंदें नहीं फेंकी। वे ढीली गेंदों का इंतजार करते रहे जो उन्हें नहीं मिली। (भाषा)