आस्ट्रेलिया से हारने के बाद महिला टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने की भारतीय टीम की उम्मीदों पर लगभग तुषारापात होने से दुखी मुख्य कोच अमोल मजूमदार ने कहा कि अगर टीम हाथ आये कुछ मौके भुना पाती तो नतीजा कुछ और होता।
भारत को रविवार को करो या मरो के मुकाबले में आस्ट्रेलिया ने नौ रन से हराया।मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में मजूमदार ने कहा , हम आखिरी ओवर तक मैच में थे। आस्ट्रेलिया ने अपने अनुभव के दम पर बाजी मार ली।
उन्होंने कहा , मैं इस हार से दुखी हूं। हमने अच्छी फील्डिंग की लेकिन कुछ मौके गंवाये भी। अगर वे मौके भुना लेते तो हालात दीगर हो सकते थे। शायद 10 . 15 रन कम होते। लेकिन मैं इतना ही कहूंगा कि हमने अपनी ओर से पूरी कोशिश की।
भारत ने तीन कैच टपकाने के अलावा एक स्टम्पिंग का मौका भी गंवाया। इसके अलावा पगबाधा का एक करीबी फैसला भी भारत के खिलाफ गया।
आस्ट्रेलियाई पारी के 17वें ओवर में पांच रन पर खेल रही फोबे लिचफील्ड ने रिवर्स स्वीप खेलने का प्रयास किया जिस पर मैदानी अंपायर ने उन्हें पगबाधा आउट दिया । डीआरएस के बाद हालांकि फैसला बदल गया।
भारत को आखिरी दस ओवर में 85 रन चाहिये थे और हरमनप्रीत कौर तथा दीप्ति शर्मा क्रीज पर थे।
यह पूछने पर कि मैदान पर दोनों को क्या पैगाम दिया गया था, मजूमदार ने कहा , लक्ष्य का पीछा करने और नेट रनरेट को भी ध्यान में रखने के बारे में कहा गया। हमने कहा कि टिककर खेलने पर ये रन बन सकते थे। हरमन का अंत तक रहना बहुत जरूरी था। हम लगभग जीत के पास पहुंच ही गए थे।
भारत की उम्मीदें अब पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच मैच पर लगी है और पाकिस्तान का जीतना भारत के लिये जरूरी है।मजूमदार ने कहा , मैं पाकिस्तान को शुभकामना देना चाहता हूं। हम मैच पर नजर रखेंगे। (भाषा)