परफेक्ट 10’हो सकता है आगे कभी न हो और कल भी हो सकता है : कुंबले

मंगलवार, 7 फ़रवरी 2017 (20:13 IST)
हैदराबाद। लगता है जैसे यह कल की बात हो लेकिन अनिल कुंबले का ‘परफेक्ट 10’ का रिकॉर्ड आज 18 साल पूरे कर गया और इस महान स्पिनर ने उस घटना को याद किया जिसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ उपलब्धियों में शामिल किया जाता है। 
अठारह साल पहले आज के ही दिन कुंबले टेस्ट मैच की एक पारी में सभी 10 विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने थे। उन्होंने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान की उस शाम को जैसे ही वसीम अकरम ने फॉरवर्ड शार्ट लेग पर खड़े वीवीएस लक्ष्मण को कैच थमाया, कुंबले के नाम पर यह अनोखा रिकार्ड दर्ज हो गया। 
 
अब कुंबले 46 साल के हैं और भारतीय टीम के मुख्य कोच हैं और दुनिया जानती है कि 74 रन देकर दस विकेट का जादुई आंकड़ा भारत की तरफ से सर्वाधिक विकेट लेने वाले इस गेंदबाज के लिए क्या मायने रखता है। उनका आधिकारिक ट्विटर हैंडल ‘1074’ इसका सबूत है। 
 
कुंबले ने अपनी उस विशिष्ट उपलब्धि को याद करते हुए कहा कि अठारह साल पहले जब मैं क्षेत्ररक्षण के लिए उतरने से पहले ड्रेसिंग रूम में बैठा था तो मैंने नहीं सोचा था कि मैं दस विकेट हासिल करूंगा। यह ऐसी चीजें जो कभी कभार ही होती है। क्रिकेट की किसी बड़ी उपलब्धि की वषर्गांठ मनाना भी अच्छा है। 
 
पिछले 18 साल में कोई भी अन्य गेंदबाज पारी में दस विकेट नहीं ले पाया। कुंबले ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनके प्रशंसक हर साल इस विशिष्ट उपलब्धि को याद करते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि लोग हर साल इस दिन को याद करते हैं और हम भी उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं। यह दुर्लभ उपलब्धि है लेकिन ऐसा कल भी हो सकता हैं। कुंबले से पहले इंग्लैंड के जिम लेकर ने 1956 में ओल्ड ट्रैफर्ड में यह उपलब्धि हासिल की थी।   (भाषा)

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