हॉक आई के लिए तैयार नहीं बीसीसीआई : ठाकुर

बुधवार, 31 अगस्त 2016 (16:26 IST)
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा है कि बोर्ड अंपायर समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) को बदलावों के साथ स्वीकार करने को तैयार है लेकिन उसे हॉकी आई सिस्टम मंजूर नहीं है, क्योंकि यह शत-प्रतिशत विश्वसनीय नहीं है।

 
ठाकुर ने कहा कि क्रिकेट मैचों में कुछ सुधारों के साथ डीआरएस का उपयोग किया जा सकता है लेकिन वे एलबीडब्ल्यू में हॉकी आई के उपयोग के समर्थन में नहीं हैं। बोर्ड प्रमुख ने कहा कि आप डीआरएस में कुछ चीजों को स्वीकार कर सकते हैं और कुछ को छोड़ सकते हैं। यदि ऐसा कोई विकल्प आता है तो हम उसके बारे में सोच सकते हैं।
 
बोर्ड अध्यक्ष ने फ्लोरिडा में भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2 मैचों की ट्वंटी-20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज के दौरान क्रिकइंफो से कहा कि भारतीय बोर्ड हॉकी आई का समर्थन नहीं करता है, क्योंकि यह 100 फीसदी विश्वसनीय नहीं है। हालांकि उन्होंने बीसीसीआई के हॉट स्पॉट और स्निको जैसी तकनीकी प्रणालियों के उपयोग पर सकरात्मक रुख दिखाया।
 
उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति (आईसीसी) ने कुछ समय पहले बोस्टन में एमआईटी शोधकर्ताओं को डीआरएस प्रणाली की समीक्षा करने के लिए कहा था तथा इसके प्रभाव को लेकर रिपोर्ट मांगी थी। मौजूदा भारतीय कोच तथा आईसीसी क्रिकेट समिति के प्रमुख अनिल कुंबले भी इस प्रक्रिया का हिस्सा थे। 
 
ठाकुर ने इस बारे में कहा कि आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति में शोध से मिले तथ्यों की समीक्षा की जाएगी। लेकिन उन्होंने कहा कि फिलहाल समीक्षा से ऐसा कुछ तथ्य सामने नहीं आया है जिससे बीसीसीआई अपने निर्णय से हट जाए। हालांकि बोर्ड डीआरएस के कुछ हिस्सों पर चर्चा करने के लिए तैयार है।
 
बीसीसीआई प्रमुख ने कहा कि मैंने पहले भी यह सवाल उठाया था कि क्या यह शत-प्रतिशत विश्वसनीय है? तो उन्होंने कहा- नहीं। फिर जब मैंने पूछा कि क्या इसमें सुधार की गुंजाइश है? तो उन्होंने कहा- हां। एमआईटी को इस पर रिपोर्ट देनी थी लेकिन फिलहाल तो वे ही इसे लेकर आश्वस्त नहीं हैं।
 
उन्होंने कहा कि हमारा एक ही मसला है कि क्या हमें ऐसी तकनीक का उपयोग करना चाहिए, जो 100 फीसदी विश्वसनीय न हो। ऐसे में तो अंपायर के साथ खड़े रहने और इस तरह की तकनीक के इस्तेमाल में कोई फर्क नहीं है। हमें इनमें से किसी एक को लेकर निर्णय करना है।
 
बीसीसीआई ने इस वर्ष की शुरुआत में डीआरएस प्रणाली को आईपीएल में उपयोग की योजना भी बनाई थी। ठाकुर ने दोहराया कि वे निकट भविष्य में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस प्रणाली के उपयोग पर विचार कर सकते हैं लेकिन उससे पहले एलबीडब्ल्यू निर्णय को लेकर जो खामियां हैं उन्हें दूर नहीं किया जाएगा तब तक हम उसे स्वीकार करने की स्थिति में नहीं हैं।
 
उन्होंने कहा कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि आप डीआरएस को बिना एलबीडब्ल्यू निर्णय के उपयोग कर सकते हैं लेकिन हमें खुद से यह पूछने की जरूरत है कि क्या यह मशीन भी वही गलतियां कर रही है, जो कोई व्यक्ति कर रहा है तो इसके इस्तेमाल से हमें क्या मिलेगा? (वार्ता)

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