मुंबई। अनुराग ठाकुर दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के 2014-17 के शेष सत्र के लिए नए अध्यक्ष बन गए हैं। ठाकुर को रविवार को सर्वसम्मति से विशेष आम बैठक में इस पद पर चुन लिया गया। ठाकुर अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के कार्यकारी बोर्ड और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) में बोर्ड का प्रतिनिधित्व करेंगे।
बीसीसीआई की विशेष आम बैठक में ठाकुर को बोर्ड का नया अध्यक्ष चुना गया। बोर्ड के सचिव रहे ठाकुर इस पद पर अकेले ही दावेदार थे और उन्होंने शनिवार को इस पद के लिए अपना नामांकन भरा था। शशांक मनोहर के इस्तीफे के कारण यह पद रिक्त हुआ था। मनोहर अब आईसीसी के नए स्वतंत्र चेयरमैन बन गए हैं। बैठक में अजय शिर्के को बीसीसीआई का नया सचिव चुन लिया गया है।
विशेष आम बैठक में ठाकुर ने बोर्ड के सचिव पद से इस्तीफा दिया और इसके बाद बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर उनके नामांकन फॉर्म पर उत्तर क्षेत्र की सभी छह इकाइयों ने हस्ताक्षर किए। उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान और पश्चिम बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सौरव गांगुली की उपस्थिति में सभी औपचारिकताओं को पूरा किया।
इसके बाद महाराष्ट्र क्रिकेट संघ के प्रमुख शिर्के ने नए सचिव पद पर अपना नामांकन भरा। बीसीसीआई एवं डीडीसीए के उपाध्यक्ष सीके खन्ना ने एसजीएम की अध्यक्षता की और उन्होंने ठाकुर को नया अध्यक्ष घोषित कर शेष औपचारिकताओं को पूरा किया। ठाकुर सितंबर 2017 तक इस पद को संभालेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद ठाकुर को पूर्वी क्षेत्र की सभी छह पूर्ण सदस्यीय इकाइयों का समर्थन प्राप्त था जिसमें बंगाल, असम, झारखंड, त्रिपुरा और नेशनल क्रिकेट क्लब शामिल हैं। ठाकुर को पूर्व क्षेत्र की सभी छह पूर्ण सदस्यीय इकाइयों ने नामित किया था।
41 वर्षीय ठाकुर बोर्ड का पदभार ऐसे समय में संभाल रहे हैं, जब बीसीसीआई पर उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त जस्टिस आरएम लोढा समिति की सिफारिशों को लागू करने का दबाव बना हुआ है जिसमें लोढा समिति ने बीसीसीआई में क्रांतिकारी सुधारों की सिफारिश की है।
ठाकुर बीसीसीआई के 34वें और दूसरे सबसे युवा अध्यक्ष हैं। उन्होंने अपना पद संभालने के तुरंत बाद शिर्के को अपने स्थान पर सचिव चुना। शिर्के इससे पहले बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने वर्ष 2013 में आईपीएल-छह में भ्रष्टाचार मामले पर बोर्ड के रवैए पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
एक सप्ताह पहले बोर्ड अध्यक्ष मनोहर के इस्तीफा देने के बाद से ही ठाकुर को अध्यक्ष पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। ठाकुर बतौर सचिव भी बोर्ड में काफी प्रभावशाली माने जाते थे। उन्होंने मनोहर के कार्यकाल में ही सचिव का पद संभाला था। सितंबर 2011 में ठाकुर को संयुक्त सचिव चुना गया था और तभी से मनोहर का समर्थन उन्हें हासिल था।
बीसीसीआई के संविधान के अनुसार बोर्ड का अध्यक्ष उसके सभी पांच जोन में बारी-बारी (रोटेशनल सिस्टम) से चुना जाता है और सभी जोन के पास अपने-अपने उम्मीदवारों को विशेष आम बैठक में नामित करने का मौका होता है। इस बार यह मौका उत्तर क्षेत्र का था जिसके सभी छह क्रिकेट इकाइयों ने ठाकुर को इस पद के लिए आधिकारिक रूप से नामित किया था। बीसीसीआई ने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि बीसीसीआई के सभी सदस्य अनुराग ठाकुर को बोर्ड का नया अध्यक्ष बनने पर बधाई देते हैं।
मुंबई में रविवार को हुई विशेष आम बैठक में ठाकुर ने बोर्ड के सचिव पद से इस्तीफा दिया और इसके बाद बीसीसीआई अध्यक्ष पद नामांकन फॉर्म भरा जिस पर उत्तर क्षेत्र की सभी छह इकाइयों ने हस्ताक्षर किए। उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान और पश्चिम बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सौरव गांगुली की उपस्थिति में सभी औपचारिकताओं को पूरा किया।
इसके बाद महाराष्ट्र क्रिकेट संघ के प्रमुख शिर्के ने नए सचिव पद पर अपना नामांकन भरा। बीसीसीआई के उपाध्यक्ष सीके खन्ना ने एसजीएम में ठाकुर को फिर नया अध्यक्ष घोषित कर शेष औपचारिकताओं को पूरा किया। ठाकुर सितंबर 2017 तक इस पद को संभालेंगे।
ज्ञातव्य है कि नए अध्यक्ष के तौर पर उनके लिए फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त न्यायाधीश आरएम लोढा समिति की सिफारिशों को बोर्ड में लागू करना है। लोढा समिति ने भारतीय बोर्ड में व्यापक पैमाने पर सुधार करने के लिए कई बड़े बदलाव सुझाए हैं जिनमें नेताओं और मंत्रियों तक को बोर्ड की गतिविधियों में शामिल होने की इजाजत नहीं होने, किसी पद पर तय उम्र और एक निश्चित कार्यकाल जैसी सिफारिशें शामिल हैं।
क्रिकेट से बतौर क्रिकेटर जुड़े ठाकुर ने वर्ष 2000-2001 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट से इस क्षेत्र में करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने इस सत्र में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मात्र एक ही मैच खेला था, लेकिन इस एकमात्र मैच की बदौलत ही उनकी दावेदारी राज्य क्रिकेट संघ और बीसीसीआई तक पहुंचने में मान्य रही।
ठाकुर 41 साल की उम्र में बीसीसीआई अध्यक्ष की गद्दी संभालने जा रहे हैं और इस पद पर दूसरे सबसे युवा हैं। उनसे पहले वर्ष 1963 में फतेह सिंह गायकवाड़ ने मात्र 33 साल की उम्र में बोर्ड का सर्वोच्च पद संभाला था। (वार्ता)