बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ निशाना साधते हुए नाराज ठाकुर ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं आईसीसी चेयरमैन के बयान से नाराज हूं या नहीं, लेकिन अध्यक्ष के रूप में मुझे सभी को यह बताने की जरूरत है कि मेरे बोर्ड के सदस्य क्या महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा कि जब बोर्ड को अध्यक्ष के रूप में मनोहर की जरूरत थी (उच्चतम न्यायालय में कानूनी लड़ाई के दौरान) तो वे बोर्ड को बीच में छोड़कर चले गए। यह ऐसा है ही़, जैसे जहाज का कप्तान डूबते हुए जहाज को छोड़कर चला गया हो। (भाषा)