अंडर-19 की भारतीय टीम में चयन अर्जुन के करियर में मील का पत्थर साबित होगा : सचिन

शुक्रवार, 8 जून 2018 (18:55 IST)
मुंबई। 'एक पिता के नाते मैं अपने बेटे अर्जुन के भारत की अंडर-19 में चुने जाने पर बेहद खुश हूं और गौरव का अनुभव कर रहा हूं। मैं जानता हूं कि यह चयन उसके लिए मील का पत्थर साबित होगा।' यह बात 'भारतीय क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कही। उन्होंने कहा कि मैं और मेरी पत्नी अंजलि अर्जुन को सपोर्ट करेंगे और उसकी सफलता के लिए प्रार्थना करेंगे।
 
 
अर्जुन तेंदुलकर का चयन दो मैचों के लिए
बीसीसीआई की राष्ट्रीय जूनियर चयन समिति ने गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ खेले जाने वाले 4 दिवसीय 2 मैचों के लिए अर्जुन को भारत की अंडर-19 टीम में जगह दी है। अर्जुन हालांकि 5 वनडे मैचों की सीरीज के लिए टीम में जगह नहीं बना पाए हैं। भारत और श्रीलंका के बीच 11 जुलाई से 11 अगस्त के बीच यह दोनों सीरीज खेली जाएगी। भारतीय टीम के कप्तान दिल्ली के अनुज रावत होंगे, जो कप्तानी के साथ-साथ विकेटकीपिंग भी करेंगे।
 
18 साल की उम्र में हासिल किए 18 विकेट
अर्जुन तेंदुलकर इस समय 18 साल के हैं और बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करते हैं। पिछले साल कूचबिहार ट्रॉफी में मुंबई अंडर-19 टीम की ओर से खेलते हुए उन्होंने 18 विकेट हासिल किए थे। पिछले साल अर्जुन तब भी चर्चा में आए थे, जब इंग्लैंड टीम को उन्होंने नेट्स पर बॉलिंग की थी।
 
पिता सचिन और मां अंजलि करेंगे सपोर्ट
सचिन तेंदुलकर अपने इकलौते बेटे अर्जुन के अंडर-19 टीम में चुने जाने पर बेहद खुश हैं। अपनी खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि यह चयन उसके क्रिकेट करियर के लिए 'माइल स्टोन' साबित होगा। मैंने हमेशा अर्जुन के फैसले का सम्मान किया है। मैं और मेरी पत्नी उसे हमेशा सपोर्ट करेंगे। साथ ही साथ उसकी सफलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेंगे।
नेट पर गेंदबाजी करते हुए अर्जुन को कई दिग्गजों ने देखा
टीम इंडिया और दूसरी टीमों के साथ नेट प्रैक्टिस करते हुए अर्जुन को कई बार देखा गया है। टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरुण भी उनकी गेंदबाजी के प्रशंसक रहे हैं। गत वर्ष अर्जुन ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुई 3 एकदिवसीय मैचों की सीरीज के पहले वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया के साथ नेट पर देखा गया था।
 
अर्जुन की गेंद पर जॉनी बेयरस्टॉ चोटिल हुए
अर्जुन तब भी सुर्खियों में आए थे, जब वे 2017 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड की टीम को नेट प्रैक्टिस करा रहे थे। उस समय इंग्लैंड क्रिकेट टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलना था। नेट प्रैक्टिस के दौरान अर्जुन की गेंद पर जॉनी बेयरस्टॉ चोटिल हो गए थे।
 
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के नेट गेंदबाज बने
2017 में आईसीसी महिला विश्व कप में भारत और इंग्लैंड के बीच विश्व कप का फाइनल मुकाबला था, उसके पूर्व अर्जुन भारतीय महिला क्रिकेट टीम के नेट गेंदबाज की हैसियत से मौजूद थे। फाइनल में मिताली राज की कप्तानी में भारत कुछ रनों के अंतर से विश्व चैंपियन बनते-बनते रह गया था।
 
राहुल द्रविड़ की देखरेख में रहेंगे अर्जुन
भारत की अंडर-19 टीम की कोचिंग की बागडोर बीसीसीआई ने पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ के हाथों में सौंप रखी है। द्रविड़ की कोचिंग में ही भारत अंडर-19 का विश्व विजेता बना है। अब अर्जुन तेंदुलकर भी द्रविड़ की देखरेख में रहेंगे और अपनी तेज गेंदबाजी के हुनर को और अधिक निखारेंगे।
 
अर्जुन के पेस में बेहतरीन सुधार
मुंबई के अंडर-19 गेंदबाजी कोच सतीश सामंत ने अर्जुन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उसने इस सीजन में शानदार गेंदबाजी करके अपने लिए नई शुरुआत की है। पिछले 5-6 महीने में अर्जुन के पेस में बेहतरीन सुधार हुआ है। यही उसका सबसे खतरनाक हथियार है। उसकी स्विंग खासतौर पर दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए अंदर आती गेंद में ज्यादा सटीकता आई है। कुल मिलाकर उसका कौशल शानदार है।

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