बीसीसीआई के अपने ट्विटर हैंडल पर डाले संक्षिप्त वीडियो संदेश में इशांत ने कहा, ‘जब मुझे पता चला कि मुझे अर्जुन पुरस्कार मिल रहा है तो मैं काफी खुश हुआ और अपने ऊपर गर्व महसूस किया। पिछले 13 साल में मैंने काफी कड़ी मेहनत की है इसलिए यह मेरे और मेरे परिवार के लिए गौरवपूर्ण लम्हा है।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे से अधिक मेरी पत्नी को मुझ पर गर्व है क्योंकि उसका मानना था कि मुझे पुरस्कार मिलना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘भारतीय टीम की गेंदबाजी अभी मानसिकता यह है कि हम हमेशा सोचते हैं कि मैच कैसे जीता जाए, हमारे लिए यह सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है।’ इशांत ने कहा, ‘हम व्यक्तिगत प्रदर्शन के बारे में नहीं सोचते। हम प्रत्येक बल्लेबाज के हिसाब से योजना बनाते हैं। हम मैदान पर इन योजनाओं को अमलीजामा पहनाने की कोशिश करते हैं और हमारे लिए चीजें सही होती हैं।’