एशिया कप में तीन बार भिड़ सकती हैं भारत और पाकिस्तान की टीमें
शुक्रवार, 14 सितम्बर 2018 (18:45 IST)
दुबई। स्टार क्रिकेटर विराट कोहली की अनुपस्थिति से भले ही यहां शनिवार को शुरू होने वाले 6 देशों के एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट की चमक फीकी हो गई हो लेकिन सबसे रोमांचक द्वंद्व भारत और पाकिस्तान के बीच देखने को मिलेगा।
भारत और पाकिस्तान की टीमों के बीच 2 मैच तो तय हैं लेकिन अगर दोनों टीमें फाइनल में पहुंचती हैं तो 3 मुकाबलों की संभावना है। टूर्नामेंट की शुरुआत शनिवार को बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच मैच से होगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच ग्रुप लीग में एक मैच होगा जबकि दूसरा सुपर 4 चरणों में होगा। लेकिन आयोजक, प्रसारक और समर्थक 28 सितंबर को होने वाले फाइनल में भी दोनों टीमों के पहुंचने की उम्मीद करेंगे।
भारत के पास यह देखने का मौका होगा कि टीम कोहली की अनुपस्थिति में दबावभरे हालात में कैसे खेलेगी। टीम अपना अभियान 18 सितंबर को हांगकांग के खिलाफ शुरू करेगी जिसके बाद उसे अगले दिन पाकिस्तान से भिड़ना है। कोहली को इंग्लैंड दौरे के बाद आराम दिया गया है जिसमें भारत को टेस्ट श्रृंखला में 1-4 से हार का मुंह देखना पड़ा था।
रोहित शर्मा सफेद गेंद के शानदार खिलाड़ी रहे हैं, पर अच्छी टीमों के खिलाफ उनके नेतृत्व कौशल की परीक्षा नहीं हुई है। पिछले साल दिसंबर में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने कप्तानी संभाली थी लेकिन वो टीम इतनी मजबूत नहीं थी बल्कि मौजूदा समय में खिलाड़ियों को देखते हुए बांग्लादेश इस समय 50 ओवर की बेहतर टीम है।
लेकिन इसमें मुख्य केंद्र इस बात पर होगा कि भारतीय टीम बेहतरीन पाकिस्तान से कैसे खेलती है जिसमें मोहम्मद आमिर के रूप में विश्वस्तरीय तेज गेंदबाज, मजबूत ऑलराउंडर हसन अली, सलामी बल्लेबाज फखर जमां और प्रतिभाशाली बल्लेबाज बाबर आजम और हैरिस सोहेल मौजूद हैं। भारत का लक्ष्य अपने मध्यक्रम संयोजन का समाधान निकालने के अलावा महेंद्र सिंह धोनी के लिए बल्लेबाजी क्रम में सही स्थान ढूंढने का होगा।
एशिया कप में बांग्लादेश ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले चरण में घरेलू मैदान पर वे फाइनल में पहुंचने में सफल रहे थे, हालांकि यह टी-20 प्रारूप में खेला गया था। वर्ष 2012 में वे 50 ओवर के प्रारूप के फाइनल में खेले थे।
मशरफी मुर्तजा की अगुवाई वाली टीम के पास दुबई और अबू धाबी में धीमी पिच के लिए अच्छा गेंदबाजी लाइनअप है, वहीं बल्लेबाजी में तमीम इकबाल और महमूदुल्लाह रियाद शामिल हैं। मुश्फिकर रहीम और शकीबुल हसन भी अच्छा प्रदर्शन दिखाने के काबिल हैं जिससे टीम को टूर्नामेंट में छुपी रुस्तम कहा जा सकता है।
श्रीलंका ऐसी टीम है जिसके खिलाफ भारत ने पिछले 24 महीनों में सभी प्रारूपों में सबसे ज्यादा मुकाबले खेले हैं। टीम में बदलाव का दौर काफी लंबा चल रहा है, इसके अलावा अंदरुनी मुद्दे जैसे बोर्ड का प्रशासन और वेतन विवाद से भी उन्हें कुछ समय से जूझना पड़ रहा है। हालांकि उनके पास एंजेलो मैथ्यूज, उपुल थरंगा, तिसारा परेरा और लसिथ मलिंगा के रूप में काफी अनुभव शामिल है जबकि युवाओं में अकिला धनंजय, दासुन शनाका और कासुन रंजीता मौजूद हैं। श्रीलंका की समस्या उनका लगतार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाना है और वे उम्मीद करेंगे कि इसमें बदलाव कर सकें।
अफगानिस्तान के लिए एशिया कप यह दिखाने का मौका होगा कि उनके पास टी-20 सुपरस्टार राशिद खान के अलावा भी बेहतरीन खिलाड़ी मौजूद हैं। उनके पास मोहम्मद शहजाद भी हैं जिससे टीम एक-दो उलटफेर करने की कोशिश करेगी। इनके अलावा हांगकांग की टीम भी इसमें खेल रही है जिसमें भारतीय मूल के अंशुमन रथ कप्तान होंगे। टीम की कोशिश प्रतिस्पर्धी बने रहने की होगी, क्योंकि उनके मैचों को अब वनडे का दर्जा मिल गया है।
एशिया कप में भाग लेने वाली टीमें
भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, लोकेश राहुल, अम्बाती रायुडू, मनीष पांडे, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (उपकप्तान), हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमरा, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, शार्दुल ठाकुर, दिनेश कार्तिक, खलील अहमद।
पाकिस्तान : सरफराज अहमद (कप्तान और विकेटकीपर), फखर जमां, शान मसूद, बाबर आजम, हैरिस सोहेल, इमाम उल हक, आसिफ अली, शादाब खान, मोहम्मद नवाज, फहीम अशरफ, हसन अली, मोहम्मद आमिर, शोएब मलिक, जुनैद खान, उस्मान खान, शाहीन अफरीदी।