WTC Final के फिटनेस मीटर में ऑस्ट्रेलिया भारत से कहीं आगे, जाने कैसे?

गुरुवार, 1 जून 2023 (18:01 IST)
7 जून को INDvsAUS भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट क्रिकेट की बेहतरीन जंग देखने को मिलेगी। दोनों ही टीमें आईसीसी मेस जीतकर विश्व टेस्ट क्रिकेट में अपना परचम लहराना चाहेंगी। हालांकि इस मैच के लिए जो जरूरी फिटनेस है उस लिहाज से ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारत से ज्यादा भारी रहने वाला है।

IPL में जमकर खेले भारतीय ऑस्ट्रेलिया के खेले सिर्फ 3

आईपीएल 2023 में 10 टीमों में लगभग सभी भारतीय खिलाड़ियों ने जमकर हिस्सा लिया। अंतिम समय तक टीम को प्लेऑफ में पहुंचाने की कोशिश की। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने भी यह ही कोशिश की लेकिन उनके सिर्फ 3 खिलाड़ियों ने ही हिस्सा लिया। जिसमें से 1 जोश हेजलवुड ने तो सिर्फ आधे यानि कि 7 मैच खेले।

ऑस्ट्रलाियाई और भारतीय टीम को आईपीएल और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बीच सिर्फ 9 दिनों का समय मिला। जहां भारतीय टीम के ज्यादातर खिलाड़ी थक हारकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने इंग्लैंड पहुंचे हैं। ऑस्ट्रेलिया के ज्यादातर खिलाड़ी खुद को इस खिताबी मुकाबले के लिए चुस्त किए हुए हैं।

आईपीएल के दौरान केएल राहुल और जयदेव उनादकट चोट के कारण बाहर हो गए थे। केएल राहुल की जगह टीम ने ईशान किशन को टीम में रखा लेकिन जयदेव उनादकट  की कंधे की चोट कम होने की वजह से उनको टीम के साथ रवाना किया गया।

It all comes down to this.
A finale two years in the making.

A determined #TeamIndia gets ready to face Australia in the #UltimateTest!
Who'll take home glory & the ultimate prize?

Tune-in to the #WTCFinalOnStar
June 7 onwards | Star Sports Network#BelieveInBlue #Cricket pic.twitter.com/h0y3l4wxJv

— Star Sports (@StarSportsIndia) June 1, 2023
वहीं ऑस्ट्रेलिया की अगर बात कहे तो कैमरुन ग्रीन मुंबई इंडियन्स के खिलाफ हुए मैच में अपनी उंगली चोटिल कर बैठे थे। वह बल्लेबाजी के लिए बाद में उतरे थे तो यह कहा जा सकता है कि उनकी चोट बेहद मामूली होगी।

वहीं भारतीय टीम की ओर से  सिर्फ 1 खिलाड़ी है जिसने आईपीएल ना खेल टेस्ट क्रिकेट में ध्यान दिया था। वह हैं चेतेश्वर पुजारा उन्होंने काउंटी में ससेक्स की कप्तानी की थी। ढेरों रन बनाए और अब टीम इंडिया को उनसे अनुभव की उम्मीदें होंगी।

अगर यह कहा जाए कि ऑस्ट्रेलिया भारत के मुकाबले ज्यादा चुस्त और फुर्तीली टीम होकर इस खिताबी जंग में उतरेगी तो गलत नहीं होगा। अब यह देखना होगा कि भारत 2 महीने लंबे चले टूर्नामेंट की थकान फाइनल में ना दिखे इसके लिए क्या कदम उठाता है।

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