दुबई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के नए राजस्व मॉडल में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की हिस्सेदारी लगभग आधी कर दी गई है, लेकिन आईसीसी की तरफ बीसीसीआई को 10 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त पेशकश अब भी खुली हुई है।
समझा जाता है कि आईसीसी के चेयरमैन शशांक मनोहर ने बीसीसीआई के सचिव अनिरुद्ध चौधरी से कहा है कि क्रिकेट की शीर्ष संस्था अब भी भारतीय बोर्ड को अतिरिक्त 10 करोड़ डॉलर देने को तैयार है। नए राजस्व मॉडल के तहत बीसीसीआई को आईसीसी से 29.3 करोड़ डॉलर ही मिलने हैं। यदि इस 10 करोड़ डॉलर को जोड़ लिया जाए तो बीसीसीआई की हिस्सेदारी लगभग 40 करोड़ डॉलर पहुंच सकती है।
आईसीसी की बोर्ड की बैठक से पहले सचिव चौधरी और सीईओ राहुल जौहरी ने इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्डों के प्रमुखों तथा मनोहर के साथ चर्चा की थी। समझा जाता है कि बीसीसीआई के प्रतिनिधि राजस्व मामले को लेकर कोई बीच का रास्ता निकालने में लगे हुए हैं और 44.5 करोड़ डॉलर के आकंड़े के करीब पहुंचना चाहते हैं, जो प्रशासकों की समिति ने गत मार्च में मनोहर के साथ बातचीत में रखे थे।
समझा जाता है कि मनोहर बीसीसीआई को खुश देखना चाहते हैं और इसी कारण भारतीय बोर्ड के लिए उम्मीद बंधी हुई है। मनोहर के निकटस्थ सूत्र के अनुसार, मनोहर नहीं चाहते हैं कि बीसीसीआई को अलग-थलग छोड़ा जाए। यह भी कहा जा रहा है कि आईसीसी 10 करोड़ डॉलर की अपनी समझौते की पेशकश से आगे जा सकती है। (वार्ता)