बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि मीडिया अधिकार से लेकर भारतीय टीम के शर्ट के प्रायोजन करार तक, प्रत्येक लंबित निविदा प्रक्रिया में विलंब हो रहा है। इससे बीसीसीआई में भ्रम बढ़ रहा है। लगभग 100 निविदा लंबित हैं जिनमें से अधिकांश इंडियन प्रीमियर लीग से जुड़ी हैं जिसमें सिर्फ चार महीने का समय बचा है।
सूत्र ने कहा कि नाईकी के साथ पोशाक करार मार्च 2017 में खत्म हो रहा है। अब नाईकी हो या एडिडास या प्यूमा, किसी भी खेल सामग्री निर्माता कंपनी को पोशाक तैयार करने में न्यूनतम छह महीने की जरूरत होगी। बीसीसीआई ऐसे कुछ मुद्दों से परेशान है। (भाषा)