कोरोना वायरस के बाद बीसीसीआई ने सभी राज्य संघों से पूछा था कि वह इस सत्र में लंबे प्रारुप के रणजी ट्राफी, 50 ओवर के विजय हजारे ट्राफी और सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट में से किसी पहले आयोजित कराना चाहते हैं। इस पर ज्यादातर संघों में फरवरी में आईपीसी नीलामी का हवाला देते हुए मुश्ताक अली कराने की वकालत की थी। मुश्ताक अली का आयोजन फिलहाल चल रहा है और इसके नॉकआउट मुकाबले अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में होंगे।
बीसीसीआई के एक सदस्य ने कहा, “गांगुली किसी भी तरह रणजी ट्राफी आयोजित कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें इसे करा सकते हैं या नहीं, हमें नहीं पता।” बीसीसीआई इस टूर्नामेंट को कराने के लिए पूरी तरह निश्चित नहीं है लेकिन गांगुली का मानना है कि रणजी का आय़ोजन आईपीएल से पहले कराया जा सकता है। उनका मानना है कि लीग चरण के मुकाबले आईपीएल से पहले कराए जाएं जबकि नॉकआउट मुकाबले आईपीएल खत्म होने के बाद कराए जाएं। हालांकि मौसम इसमें बाधा डाल सकता है। रणजी में 38 टीमें खेलेंगे जिसके लिए 60 दिन की जरुरत है।
बीसीसीआई के एक सदस्य ने कहा, “रणजी के आयोजन के लिए जैव सुरक्षा बबल बनाना होगा और उच्च परिषद ही इस बाबत अंतिम फैसला लेगी। अगर रणजी ट्राफी का आयोजन नहीं कराया जाता है तो विजय हजारे ट्राफी आयोजित कराने में कोई दिक्कत नहीं होगी।”(वार्ता)