अहमदाबाद। भारत में स्पिनरों की मददगार पिचों को लेकर चर्चा को दरकिनार करते हुए इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने कहा कि टेस्ट खिलाड़ियों को हर तरह की परिस्थितियों में खेलने का आदी होना चाहिए। बुधवार से शुरू होने वाले दिन-रात्रि टेस्ट मैच से पहले मोटेरा में नए सिरे से तैयार किए गए मैदान की पिच कैसा व्यवहार करेगी, यह स्टोक्स को पता नहीं है लेकिन उनका मानना है कि शीर्ष स्तर के क्रिकेटरों को हर तरह की परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
स्टोक्स ने 'डेली मिरर' में अपने कॉलम में लिखा कि एक टेस्ट बल्लेबाज होने का मतलब है कि आपको हर तरह की परिस्थिति का सामना करने में सक्षम होना चाहिए। भारत ऐसा स्थान है, जहां विदेशी बल्लेबाजों के लिए सफलता हासिल करना बहुत मुश्किल होता लेकिन इंग्लैंड में भी ऐसा होता है और यह चुनौती खेल का हिस्सा है और इसलिए हम इसे पसंद करते हैं।
भारत में टर्निंग विकेट वर्तमान श्रृंखला के दौरान चर्चा का विषय बन गए हैं और माइकल वान जैसे इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों ने सवाल उठाए हैं कि क्या इस तरह के विकेट टेस्ट क्रिकेट के लिए आदर्श हैं। भारत ने चेन्नई में दूसरा टेस्ट मैच 317 रन से जीतकर 4 मैचों की श्रृंखला बराबर कराई। स्टोक्स ने उस मैच में केवल 2 ओवर किए जो चर्चा का हिस्सा है।
भारत और इंग्लैंड के बीच 4 मैचों की श्रृंखला में काफी कुछ दांव पर लगा है। इन दोनों टीमों के पास विश्व टेस्ट चैंपियनिशप का फाइनल के लिए क्वालीफाई करने का मौका है। भारत को इसके लिए जहां 1 जीत और 1 ड्रॉ की जरूरत है वहीं इंग्लैंड को दोनों मैच जीतने होंगे। स्टोक्स ने कहा कि किसी को भी इस बारे में थोड़ा भी पता नहीं है कि मोटेरा की पिच का व्यवहार कैसा होगा?
उन्होंने कहा कि आमतौर पर विश्वभर में गुलाबी गेंद से खेले जाने वाले मैचों में बीच में ऐसा दौर आता है जबकि दूधिया रोशनी में गेंद से मदद मिलती है और तब तेज गेंदबाजों की भूमिका अहम होती है। स्टोक्स ने कहा कि हमारे लिए यह बेहद महत्वपूर्ण समय होगा। यह नया मैदान है और काफी अच्छा दिख रहा है लेकिन कोई नहीं जानता कि इसकी पिच कैसा व्यवहार करेगी? हमारे पास अच्छा स्पिन विभाग है लेकिन उम्मीद है कि परिस्थितियां ऐसी होंगी कि तेज गेंदबाजों से उन्हें मदद मिलेगी। (भाषा)