ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स का नाम सुनते ही सबसे पहले जहन में हरभजन सिंह के साथ हुआ विवाद याद आता है। इस बात में कोई संदेह नहीं है साइमंड्स ने अपने करियर में जितने रिकॉर्ड नहीं बनाए, उससे अधिक उनका नाम विवादों से जुड़ा रहा। आज वह अपना 46वां जन्मदिन मना रहे है, तो आइए इस खास मौकों पर क्रिकेट के बैड बॉय कहे जाने वाले साइमंड्स के उन विवादों पर एक नजर डालते हैं, जिन्हें आज भी क्रिकेट जगत नहीं भुला सका है।
मंकीगेट विवाद आज भी फैंस को है याद
2007-2008 का ऑस्ट्रेलिया दौरा भारत को एंड्रयू साइमंड्स और हरभजन सिंह के बीच हुए विवाद ने हमेशा-हमेशा के लिए क्रिकेट गलियारों में चर्चा का विषय बना दिया। सिडनी टेस्ट में एंड्रयू साइमंड्रस ने 2008 ने भज्जी पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनपर नस्लीय टिप्पणी की। उनका आरोप था कि भज्जी ने उन्हें मैदान पर कहासुनी के दौरान मंकी कहा। भारतीय स्पिनर ने इससे साफ इनकार किया।
मामला बढ़ा तो हरभजन को बैन कर दिया गया। लेकिन जज के सामने सुनवाई के दौरान उन्होंने अपनी सफाई में बताया कि उन्होंने मंकी नहीं बल्कि मैनू की कहा था। इस पंजाबी शब्द के चलते गलतफहमी हुई। भज्जी के बैन के चलते भारतीय टीम में आक्रोश देखने को मिला था,अनिल कुंबले की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने बचे हुए 2 मैच खेलने से इनकार कर दिया था। मगर खिलाड़ियों को समझाने-बुझाने के बाद वह मैच खेलने के लिए तैयार हुए। हालांकि बाद में हरभजन को क्लीन चिट मिल गई और दौरा पूरा हुआ।
मगर ये तो मानो साइमंड्स के करियर में विवादों की शुरुआत मात्र थी। फिर जो सिलसिला शुरु हुआ, उनके करियर के अंतिम मोड़ तक चला। एक बार टीम मीटिंग में शामिल होने के बजाए वे मछली पकड़ने चले गए। ये सुनकर आज हैरानी होती है, मगर ये हकीकत है और उनको इसकेलिए फटकार भी लगाई गई थी।