प्रसाद ने इंग्लैंड में हुए आईसीसी विश्व कप के बाद ही कह दिया था कि धोनी को संन्यास के बारे में विचार करने की जरूरत है। इसके बाद से ही पूर्व कप्तान भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे हैं जबकि गुरुवार को बंगलादेश के खिलाफ सीरीज के लिए 15 सदस्यीय घोषित टीम इंडिया में भी धोनी की अनुपस्थिति ने उनके भविष्य को लेकर चर्चा एक बार फिर गरमा दी है। धोनी लगातार तीसरी सीरीज से बाहर हैं।
धोनी टेस्ट से काफी पहले संन्यास ले चुके हैं और इस साल जून में इंग्लैंड में वनडे विश्व कप खेलने के बाद से ही वह मैदान से बाहर हैं। प्रसाद ने यह तो नहीं कहा कि धोनी को हटाया गया है लेकिन उन्होंने कहा, हमारी स्पष्ट सोच यह है कि विश्व कप के बाद हम पूरी तरह ऋषभ पंत पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
जब उन्हें इस मुद्दे पर कई सवाल किए गए, तो प्रसाद ने कहा, मैंने विश्व कप के बाद ही कहा था कि हम आगे बढ़ रहे हैं। हम युवाओं को मौका दे रहे हैं ताकि वे खुद को टीम में स्थापित कर सकें। पंत अच्छा कर रहे हैं और संजू सैमसन बैकअप विकेटकीपर के रूप में टीम में आ गए हैं। मुझे लगता है कि अब आप समझ गए होंगे कि हमारी सोच क्या है। उन्होंने साथ ही कहा कि धोनी खुद भी युवाओं को समर्थन देने की बात करते हैं।
यह पूछने पर कि क्या धोनी घरेलू क्रिकेट में लौटकर वापसी कर सकते हैं, प्रसाद ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, यह उनका व्यक्तिगत फैसला होगा। घरेल क्रिकेट में लौटना, अपनी फॉर्म हासिल करना या फिर संन्यास लेना, यह सब कुछ धोनी पर निर्भर करता है। हम भविष्य के लिए रोडमैप बना चुके हैं और जिस तरह हम टीम का चयन कर रहे हैं, उससे आपको यह बात दिखाई देगी।