हैडिन ने एलआईएसटीएनआर पॉडकास्ट पर कहा, उन्होंने मैच जीतने का मौका बनाया। वह बल्लेबाजी करते समय यह ध्यान नहीं रख रहे थे कि उन्हें कितने रन बनाने हैं। उनका ध्यान बांग्लादेश को आउट करने के लिए जरूरी समय पर था।
उन्होंने कहा, भारतीय टीम ने शानदार क्रिकेट खेला, यह टीम को जीत के लिए समय देने के बारे में था। मैं इस प्रदर्शन के लिए रोहित शर्मा और कोचिंग दल के सदस्यों को बधाई देना चाहूंगा।
बांग्लादेश को पहली पारी में 233 रन पर आउट करने के बाद भारतीय बल्लेबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 50, 100, 150, 200 और 250 का रिकॉर्ड बनाया। भारत ने महज 34.4 ओवर में नौ विकेट पर 285 रन बनाकर पारी घोषित करने के बाद बांग्लादेश की दूसरी पारी को सस्ते में समेट कर जीत के लिए 95 रन के लक्ष्य को तीन विकेट गंवा कर हासिल कर लिया।
हैडिन ने कहा, रोहित इस तरह के खिलाड़ी हैं। उनके लिए जीत पहले है और बाकी चीजें बाद में और भारतीय टीम ने उसी जज्बे के साथ खेला और खुद के लिए टेस्ट मैच जीतने का मौका बनाया। मुझे उनके क्रिकेट का यह तरीका पसंद आया।
हैडिन से जब पूछा गया कि क्या भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी ऐसा कर सकता है तो उन्होंने कहा, मैं वास्तव में ऐसा मानता हूं। आप अगर इस नतीजे (बांग्लादेश के खिलाफ) पर नजर डालें तो भारत के लिए सबसे खराब नतीजा ड्रॉ होता। भारत को मैच गंवाने का डर नहीं था। रोहित के पास खोने के लिए कुछ नहीं था। यह देखना कितना अच्छा था। यह टेस्ट क्रिकेट जीतने का एक शानदार तरीका है।