इस शिकायत के दर्ज कराये जाने के बाद अंपायर्स, सुरक्षा अधिकारियों और भारतीय खिलाड़ियों के बीच कुल पांच मिनट बातचीत हुई और इस दौरान भारतीय टीम ड्रेसिंग रूम के करीब जमा रही। भारतीय सुरक्षा अधिकारी करीब पांच मिनट तक मैदान पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों के साथ चर्चा करते रहे और इस दौरान आईसीसी के सुरक्षा अधिकारी भी मौजूद रहे।