कोलकाता के क्रिकेट प्रेमियों के लिए खुशखबर, CAB ने लिया बड़ा फैसला
सोमवार, 25 नवंबर 2019 (18:11 IST)
कोलकाता। भारत के पहले दिन-रात्रि टेस्ट के तीसरे ही दिन समाप्त होने के बाद बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) ने चौथे और पांचवें दिन का टिकट खरीदने वाले प्रशंसकों के पैसे लौटाने का फैसला किया है। बांग्लादेश के खिलाफ दूसरा टेस्ट 2 दिन से कुछ अधिक समय चला और भारत ने रविवार को इसे पारी और 46 रन से जीत लिया।
कैब ने बयान में कहा, चौथे और पांचवें दिन के टिकट का पैसा लौटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऑनलाइन टिकट खरीदने वाले उन सभी लोगों को मैसेज भेजा जाएगा, जिन्होंने सिर्फ इन 2 दिनों के टिकट बुक किए हैं। भारतीय तेज गेंदबाजों ने सभी विकेट हासिल किए, जिससे भारत ने अपना पहला दिन-रात्रि टेस्ट जीतकर श्रृंखला में 2-0 से 'क्लीन स्वीप' किया।
कैब के सचिव अविषेक डालमिया ने कहा, कैब ने हमेशा क्रिकेट प्रेमियों का साथ दिया है और उन्हें सर्वश्रेष्ठ सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया है। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि अंतिम 2 दिन के टिकट का पैसा लौटाया
जाए, जिस दिन कोई मैच नहीं हुआ।
इस मैच के लिए दैनिक टिकट की कीमत 50, 100 और 150 रुपए थी। कैब ने कहा, प्रत्येक दिन बड़ी संख्या में आने के लिए हम दर्शकों के आभारी हैं। लोगों को पता था कि तीसरे दिन काफी खेल नहीं होगा, लेकिन इसके बाद काफी दर्शक आए जो काफी सुखद है। संघ ने कहा, लोगों की टेस्ट क्रिकेट में दिलचस्पी वापस लाने के लिए यह कदम उठाने पर हम बीसीसीआई और उसके अध्यक्ष सौरव गांगुली का आभार जताना चाहते हैं।
इंदौर में भी 3 दिन में खत्म हो गया था टेस्ट मैच : सनद रहे कि इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला गया पहला टेस्ट मैच भी 3 दिन में खत्म हो गया था लेकिन मैच के आयोजक मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) की तरफ से ऐसा कोई बयान सामने नहीं आया कि वह 2 दिन मैच नहीं होने के पैसे लौटाएगा। हालांकि यह अलग बात रही कि इंदौर टेस्ट बुरी तरह फ्लॉप गया और 25 फीसदी दर्शक भी नहीं आए।
हालांकि एमपीसीए 10 हजार से ज्यादा के टिकट बेचने की घोषणा करता रहा, लेकिन स्टेडियम में ज्यादातर वो लोग थे, जो या तो एमपीसीए के सदस्य थे या फिर फोकट (कॉम्पिलमेंट्री) में आए थे। पुलिसकर्मियों और नगर निगम के कर्मचारियों ने मुफ्त मैच का मजा लिया सो अलग लेकिन सही मायने में जिन्होंने ऑनलाइन टिकट बुक किए थे, उन्हें 2 दिन मैच न होने का पैसा वापस करना चाहिए, जैसा कि बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन करने जा रहा है।