बेनक्रॉफ्ट ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा, धोखेबाज सुनने की आदत डाल ली है

शनिवार, 22 दिसंबर 2018 (17:17 IST)
मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के निलंबित बल्लेबाज कैमरून बैनक्रॉफ्ट ने बॉल टेम्परिंग प्रकरण में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि उन्हें पता है कि अब लोग उनके लिए धोखेबाज जैसे शब्दों का इस्तेमाल करेंगे और वह इसे सुनने के लिए मानसिक रूप से तैयार हो गए हैं।
 
 
मार्च में दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया के बेनक्रॉफ्ट और कप्तान स्टीवन स्मिथ तथा उपकप्तान डेविड वॉर्नर को गेंद के साथ छेड़छाड़ का दोषी पाया गया था। स्मिथ और वॉर्नर पर एक वर्ष का बैन लगा है जबकि युवा बल्लेबाज बेनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का प्रतिबंध लगाया गया है जो दिसंबर के आखिर में समाप्त होने जा रहा है। 
 
दरअसल बेनक्रॉफ्ट ने ही मैदान पर स्मिथ और वॉर्नर की टेम्परिंग की रणनीति को लागू किया था और मैच के दौरान सैंडपेपर से गेंद को घिसते हुए कैमरे पर दिखाई दिए थे। बेनक्रॉफ्ट 30 दिसंबर को पर्थ स्क्रॉचर्स की ओर से होबार्ट हरिकेंस के खिलाफ मैच में उतरेंगे। बेनक्रॉफ्ट शुरुआत से ही बीबीएल से जुड़े रहे हैं और ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों से संपर्क में भी बने हुए हैं। वह हाल ही में पर्थ में भारत के खिलाफ मैच के दौरान भी स्टेडियम में मौजूद थे।
 
बेनक्राफ्ट ने कहा, मैं जानता हूं कि कई लोग मुझे धोखेबाज के रूप में देखेंगे, लेकिन यह ठीक है। लेकिन जरूरी है कि आप सबका सम्मान और प्यार करें। मैं उन सभी लोगों को माफ कर दूंगा क्योंकि आप खुद को भी माफी करेंगे। आप लोगों से हर समय माफी नहीं मांग सकते हैं लेकिन मैं क्रिकेट को इसके लिए इस्तेमाल करूंगा कि यहां से जो भी मुझे मौका मिले मैं उसका फायदा उठाकर एक नई छवि बनाऊं। 
 
बेनक्रॉफ्ट ने साथ ही बताया कि जब उनके बॉल टेम्परिंग में शामिल होने की बात सार्वजनिक हुई थी तो वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया ने अपना सत्र शुरू होने से पहले ही उन्हें टीम से बाहर कर दिया था और नए कोच एडम वोग्स ने कहा था कि उन्हें टीम में शामिल किए जाने की कोई वजह नहीं है। हालांकि विलटन डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट क्लब से ग्रेड लेवल क्रिकेट में मौका मिलने से उनका क्रिकेट के प्रति जुनून फिर से लौट आया। 
 
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा, मैंने कोच के सामने अपनी बात रखी थी लेकिन जब उन्होंने कहा कि संभवत: मैं फिर कभी क्रिकेट नहीं खेल सकूंगा तो मैं उस बात को भी स्वीकार करने लगा था। लेकिन फिर मुझे अहसास हुआ कि मैं कैमरन बेनक्रॉफ्ट हूं जिसने अपने देश के लिए पेशेवर क्रिकेट खेला है। उस समय मुझे काफी अलग अहसास हुआ। 
 
उन्होंने अपने इस दौरान अनुभव को साझा करते हुए कहा, आपको नए दोस्त मिल जाएंगे, आपकी जैसे सोच वाले लोग, शायद क्रिकेट मेरे लिए बना ही नहीं है। हालांकि योग मेरे लिए बहुत बेहतरीन अनुभव रहा है। मुझे यकीन नहीं होता कि ऐसी कोई चीज का भी अस्तित्व है। 
 
योग की प्रशंसा करते हुए बेनक्रॉफ्ट ने कहा, जब आप उन लोगों से मिलते हैं जो आपसे अधिक मुश्किल परिस्थितियों का सामना कर रहे हों तो आप उन्हें योग के लिए प्रेरित कर सकते हैं। यह समझना मुश्किल होगा लेकिन यदि आप इसमें भरोसा रखें तो यह कारगर साबित हो सकता है। 
 
बेनक्रॉफ्ट तीनों निलंबित खिलाड़ियों में पहले हैं जो ऑस्ट्रेलिया में अपने पेशेवर करियर की शुरुआत सबसे पहले करेंगे जबकि स्मिथ और वॉर्नर का एक वर्ष का निलंबन मार्च 2019 में समाप्त होगा। (वार्ता)  

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