बल्लेबाजों के दम पर श्रीलंका ने भारत को 7 विकेट से हराया
शुक्रवार, 9 जून 2017 (00:32 IST)
लंदन। अपने गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण गत चैम्पियन भारत को आज यहां आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी ग्रुप बी में श्रीलंका के खिलाफ सात विकेट से अप्रत्याशित पराजय का सामना करना पड़ा। इस हार के कारण भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने में कठिनाई उत्पन्न हो गई है।
भारत ने शिखर धवन के 125 रन और रोहित शर्मा तथा महेंद्र सिंह धोनी के अर्धशतकों के दम पर छह विकेट पर 321 रन बनाए। जवाब में श्रीलंकाई टीम ने 48.4 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया और शीषर्क्रम में लगभग सभी बल्लेबाजों ने जीत में योगदान दिया। वनडे क्रिकेट में श्रीलंका के लिए यह सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करके मिली जीत है।
धनुष्का गुणतिलका ने 72 गेंद में 76 जबकि कुशल मेंडिस ने 93 गेंद में 89 रन बनाए। दोनों ने 159 रन की साझेदारी करके टीम को अच्छी शुरुआत दी। इसके बाद कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने 44 गेंद में नाबाद 52, असेला गुणरत्ने ने 21 गेंद में नाबाद 34 और कुशल परेरा ने 47 (रिटायर्ड हर्ट) रन बनाए।
टूर्नामेंट में अब तक के इस सबसे बड़े उलटफेर के बाद चारों टीमों के लिए मैदान खुला हो गया है। भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में से कोई भी क्वालीफाई कर सकता है। भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए दक्षिण अफ्रीका को हर हालत में हराना होगा।
भारत के हार्दिक पांड्या (सात ओवर में 51 रन) और रविंद्र जडेजा ने छह ओवर में 52 रन दे डाले। आत्ममुग्धता के शिकार भारतीय गेंदबाजों में अनुशासन की कमी नजर आई और इसका श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने पूरा फायदा उठाया।
बाएं हाथ के बल्लेबाज गुणतिलका ने अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के लगाए। पहले उमेश यादव को स्क्वेयर लेग में और फिर हार्दिक को सामने की ओर छक्का जड़ा। जडेजा का प्रदर्शन भी बेहद निराशाजनक रहा जिनके पहले छह ओवर में 52 रन बने जिसमें सात चौके और एक छक्का शामिल था। नियमित गेंदबाजों को नाकाम होता देख कप्तान कोहली ने खुद गेंदबाजी की और केदार जाधव से भी कराई। गुणतिलका को महेंद्र सिंह धोनी ने जबर्दस्त चुस्ती दिखाते हुए रन आउट किया।
भुवनेश्वर ने अपनी ही गेंद पर खुद सटीक थ्रो करते हुए मेंडिस को रन आउट किया। इसके बाद हालांकि कप्तान मैथ्यूज और परेरा ने 10.2 ओवर में 75 रन जोड़कर रनगति बनाए रखी। परेरा को मांसपेशी में खिंचाव के कारण मैदान छोड़ना पड़ा। गुणरत्ने ने हालांकि अपने कप्तान का बखूबी साथ निभाते हुए टीम को जीत तक पहुंचाया।
इससे पहले शिखर धवन ने आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए शतक लगाकर भारत को छह विकेट पर 321 रन तक पहुंचाया। धवन ने 128 गेंदों में 125 रन बनाए और रोहित शर्मा के साथ पहले विकेट के लिए 138 रन की साझेदारी की। रोहित ने 79 गेंद में 78 रन जोड़े।
आखिरी ओवरों में महेंद्र सिंह धोनी ने 52 गेंद में 63 रन बनाए। धवन का चैम्पियंस ट्राफी में यह तीसरा शतक है, जो पिछले सत्र में भी दो शतक लगा चुके है। उन्होंने अपनी पारी में 15 चौके और एक छक्का लगाया। धोनी ने उनके साथ चौथे विकेट के लिए 10 . 4 ओवर में 82 रन जोड़े । पूर्व कप्तान ने अपनी पारी में सात चौके और दो छक्के लगाए । वहीं केदार जाधव ने 13 गेंद में 25 रन जोड़े ।
श्रीलंका के लिए लसिथ मलिंगा ने 10 ओवरों में 70 रन देकर दो विकेट लिए जबकि सुरंगा लकमल ने 10 ओवर में 72 रन देकर और नुवान प्रदीप ने 73 रन देकर एक एक विकेट चटकाया। धवन ने पारी के सूत्रधार की भूमिका निभाते हुए बेदाग बल्लेबाजी की। रोहित और उन्होंने भारत को शानदार शुरुआत दी। इसके बाद विराट कोहली (0) और पिछले मैच के मैन आफ द मैच युवराज सिंह (7) जल्दी आउट हो गए।
रोहित ने पिछले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 91 रन बनाए थे। उन्होंने मलिंगा की पहली ही गेंद पर शानदार शॉट लगाया। धवन ने अगले ओवर में लकमल को चौका जड़ा। पहले पांच ओवर में भारत ने 17 रन बनाए। अपने कैरियर के आखिरी पड़ाव में पहुंच चुके मलिंगा कोई प्रभाव नहीं छोड़ सके। सलामी बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ कोई जोखिम नहीं लिया लेकिन वे भी उन्हें भयभीत नहीं कर सके।
पहले पावर-प्ले में रोहित और धवन ने शानदार प्रदर्शन किया और 31 रन बनाए। दोनों के बीच गजब का तालमेल था। पहले धवन ने गेंदबाजों को नसीहत दी तो बाद में रोहित ने आक्रमण किया। छठे ओवर में धवन ने लकमल को कवर्स में चौका जड़ा।
दसवें ओवर के बाद से श्रीलंकाई गेंदबाजों ने बहुत ही लचर प्रदर्शन किया। भारत के 100 रन 20वें ओवर में पूरे हुए। रोहित ने तिसरा परेरा को डीप स्क्वेयर लेग में चौका जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया और इसके बाद छक्का लगाया। भारत 50 ओवर में छह विकेट पर 321 रन बनाने में कामयाब हुआ।