पांड्या और धोनी के धमाल से जीता भारत

रविवार, 17 सितम्बर 2017 (22:35 IST)
चेन्नई। 'मैन ऑफ द मैच' ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (83) और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (79) के बेहतरीन अर्धशतकों और फिर गेंदबाजों के लाजवाब प्रदर्शन से भारत ने वर्षा प्रभावित पहले वनडे में विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को रविवार को 26 रन से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली। 
             
पांड्या और धोनी ने भारत को पांच विकेट पर 87 रन की नाजुक स्थिति से उबरते हुए 50 ओवर में सात विकेट पर 281 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। ऑस्ट्रेलिया की पारी शुरू होने से बारिश आने के कारण काफी देर तक खेल रुका रहा।
 
खेल शुरू होने पर ऑस्ट्रेलिया को डकवर्थ-लुईस नियम के तहत 21 ओवर में 164 रन बनाने का लक्ष्य मिला लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीय गेंदबाजों के सधे प्रदर्शन के सामने नौ विकेट पर 137 रन ही बना पाई। 
            
लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने 30 रन पर तीन विकेट झटक लिए, जिसमें खतरनाक बल्लेबाजी कर रहे ग्लेन मैक्सवेल का विकेट भी शामिल था। मैक्सवेल ने मात्र 18 गेंदों पर तीन चौके और चार छक्के उड़ाते हुए 39 रन ठोंके। पांड्या ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी में भी धमाल मचाते हुए 28 रन पर दो विकेट लिए।
            
पांड्या ने ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीवन स्मिथ (1) को भी पवेलियन भेजा। ओपनर डेविड वॉर्नर (25) को चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने आउट किया। कुलदीप ने 33 रन पर दो विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार को एक-एक विकेट मिला। जेम्स फाकनर 32 रन पर नाबाद रहे।  
           
इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। लेकिन उसकी शुरुआत खौफनाक रही और छठे ओवर तक उसने अपने तीन विकेट 11 रन पर गंवा दिए। 
 
भारत ने फिर 87 रन तक जाते जाते अपने पांच विकेट गंवा दिए लेकिन इसके बाद पांड्या ने आक्रामक अंदाज में खेलते हुए अर्धशतक जमाया जबकि धोनी ने शुरुआत में सावधानी रखने के बाद अर्धशतक के बाद जाकर अपने हाथ खोले।
                  
पांड्या ने मात्र 66 गेंदों पर 86 रन में पांच चौके और पांच छक्के उड़ाए। धोनी अपने अर्धशतक तक धीमे रहे। लेकिन इसके बाद उन्होंने भी अपने पुराने तेवर दिखाए। धोनी ने 88 गेंदों पर 79 में चार चौके और दो छक्के मारे। तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने 30 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से नाबाद 32 रन का महत्वपूर्ण योगदान दिया।
                  
पांड्या और धोनी ने छठे विकेट के लिए 118 रन की साझेदारी की जबकि धोनी और भुवनेश्वर ने सातवें विकेट के लिए 72 रन जोड़े। ओपनर शिखर धवन के पहले तीन वनडे से हट जाने के बाद ओपनिंग में लाए गए अजिंक्य रहाणे मात्र पांच रन बनाने के बाद चौथे ओवर में नाथन कोल्टन नाइल का शिकार बन गए। 
 
श्रीलंका में आखिरी दो मैचों में शतक जड़ने वाले कप्तान विराट कोहली इस बार खाता खोले बिना कोल्टर नाइल की गेंद पर ग्लेन मैक्सवेल को कैच थमा बैठे। कोल्टर नाइल ने अपने छठे ओवर की पहली गेंद पर विराट का बेशकीमती चटकाने के बाद तीसरी गेंद पर मनीष पांडे को मैथ्यू वेड के हाथों कैच करा दिया। मनीष का भी खाता नहीं खुला। 
 
फार्म में चल रहे ओपनर रोहित शर्मा 44 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 28 रन बनाने के बाद मार्कस स्टोयनिस का शिकार बन गए। रोहित का कैच कोल्टर नाइल ने लपका और उनका विकेट 64 के स्कोर पर गिरा।
                         
केदार जाधव ने 54 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 40 रन बनाए। स्टोयनिस ने उन्हें अपना दूसरा शिकार बनाया। भारत ने अपना पांचवां विकेट 87 के स्कोर पर गंवा दिया। इस समय टीम इंडिया की हालत नाजुक लग रही थी और उसका 150 रन तक पहुंचना भी मुश्किल नजर आ रहा था।
                         
ऐसे नाजुक समय में धोनी ने गजब का धैर्य और पांड्या ने गजब की आक्रामकता दिखाई। पांड्या ने अपने 50 रन 48 गेंदों में तीन चाैकों और दो छक्कों की मदद से पूरे किए। धोनी दूसरे छोर पर टीम को संभाले रहे और पांड्या को स्ट्राइक देते रहे।  
                     
पांड्या ने अपने 50 रन पूरे करने के बाद अगले 33 रन में तीन छक्के और दो चौके उड़ाए। पांड्या की इस खतरनाक पारी का अंत लेग स्पिनर एडम जम्पा ने किया। पांड्या का कैच जेम्स फाकनर ने लपका। पांड्या का विकेट जब गिरा तो भारत का स्कोर 41वें ओवर में 205 रन पहुंच चुका था। पांड्या का वनडे का यह सर्वोच्च स्कोर और तीसरा अर्धशतक था।
                      
दूसरी तरफ धोनी के धैर्य का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने 50 रन 75 गेंदों में पूरे किए और इसमें सिर्फ एक चौका लगाया। लेकिन इसके बाद अगले 29 रन के लिए उन्होंने 13 गेंदों में तीन चौके और दो छक्के मारे।
                      
धोनी का विकेट पारी के आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर एक लंबा छक्का मारने की कोशिश में गिरा। धोनी का विकेट फाकनर ने लिया और कैच डेविड वॉर्नर ने लपका। भुवनेश्वर ने नाबाद 32 रन की उपयोगी पारी खेली और पांचवीं गेंद पर चौका भी मारा।
                     
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से कोल्टर नाइल ने 44 रन पर तीन विकेट, स्टोयनिस ने 54 रन पर दो विकेट, जम्पा ने 66 रन पर एक विकेट और फाकनर ने 67 रन पर एक विकेट लिया। (वार्ता)

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