कोच से लेकर खिलाड़ियों का विश्वास खो चुके थे चेतन शर्मा इसलिए दिया इस्तीफा, अब यह पूर्व खिलाड़ी लेगा जगह
शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2023 (17:37 IST)
नई दिल्ली: ज़ी न्यूज़ के स्टिंग ऑपरेशन में बीसीसीआई की अंदर की पोल खेलने के बाद चेतन शर्मा ने बीसीसीआई के मुख्य चयनकर्ता के पद से इस्तीफा दे दिया है। इस बीच बीसीसीआई के सूत्रों से पता चला है कि कोच राहुल द्रविड़, हार्दिक पंड्या और कप्तान रोहित शर्मा चेतन की हरकत के बाद उनपर से पूरी तरह विश्वास खो चुके हैं। कुछ दिनों पहले ज़ी न्यूज़ द्वारा चेतन शर्मा पर एक स्टिंग ऑपरेशन किया गया था जिसमे उन्होंने कथित तौर पर गोपनीय जानकारी का खुलासा किया था।
उन्होंने बीसीसीआई और कुछ भारतीय खिलाडियों के बारे में ऐसी बातें बताई थी जिसे सुन कर विश्व भर में क्रिकेट चाहने वाले लोग दंग रह गए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि टीम के कुछ खिलाडी 100 प्रतिशत फिट न होने पर इंजेक्शन लगवा कर मैच खेलते हैं। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज चेतन शर्मा ने शुक्रवार की सुबह वरिष्ठ चयन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस इस्तीफे को बीसीसीआई द्वारा स्वीकारा भी जा चूका है।
चेतन ने स्टिंग ऑपरेशन में विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच संबंधों के बारे में बताते हुए कहा था कि रोहित और विराट के बीच किसी भी तरह का कोई तनाव नहीं है बल्कि वे दोनों ज़िन्दगी के बुरे दौर में एक दूसरे का साथ देते हैं। चेतन ने यह भी बताया कि कोहली और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली के बीच अहंकार की लड़ाई थी।
इसी बीच बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने शुक्रवार को बताया "कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या ने चेतन शर्मा पर पूरी तरह से विश्वास खो दिया है। वह चयन समिति की बैठकों के लिए संभवतः उनके साथ टेबल पर नहीं बैठ सकते थे क्योंकि उन्होंने सभी सम्मान खो दिए थे। उन्होंने एक बड़ा मुँह रखने होने की कीमत चुकाई।"
बीसीसीआई के सूत्र ने यह भी बताया कि चेतन शर्मा ने इस्तीफा अपनी मर्ज़ी से दिया है। "हां, चेतन ने अपना इस्तीफा बीसीसीआई सचिव जय शाह को सौंप दिया है और उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। स्टिंग ऑपरेशन के बाद उनकी स्थिति अस्थिर हो गई थी। उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दे दिया था और उन्हें इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा गया था।"
नवंबर, 2022 में शर्मा और पूरी चयन समिति को टी20 वर्ल्ड कप में भारत के सेमीफाइनल से बाहर होने के बाद निकाल कर दिया गया था। जनवरी, 2023 में चेतन शर्मा ने फिर से पद के लिए आवेदन दिया था और उन्हें फिर वरिष्ठ चयन समिति अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था।
चेतन शर्मा बंगाल और सौराष्ट्र के बीच रणजी ट्रॉफी फाइनल के लिए चयन समिति के अन्य सदस्यों के साथ कोलकाता में थे। वह वहां ईरानी कप के लिए टीम के चयन के सिलसिले में गए थे।लेकिन एक बार उनका त्यागपत्र स्वीकार किए जाने के बाद चेतन दिल्ली के लिए रवाना हो गए और उन्होंने हवाई अड्डे पर इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों से बात नहीं की।
चेतन ने करे थे कई सनसनीखेज खुलासे
जी न्यूज के स्टिंग ऑपरेशन में चेतन शर्मा को यह कहते हुए दिखाया गया है कि कई खिलाड़ी 80 से 85 प्रतिशत फिट होने के बावजूद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में जल्द वापसी के लिए इंजेक्शन लेते हैं।भारत के इस पूर्व तेज गेंदबाज ने यह भी आरोप लगाया कि सितंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी को लेकर उनके और टीम प्रबंधन के बीच मतभेद थे।
उन्होंने इसके साथ ही दावा किया की टी20 टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या, तेज गेंदबाज उमेश यादव और दीपक हुड्डा उनसे मिलने के लिए नियमित तौर पर उनके आवास पर आते हैं।बीसीसीआई के शीर्ष पदाधिकारियों को चेतन की टिप्पणियां नागवार गुजरी और वर्तमान राष्ट्रीय टीम के सदस्यों का भी उन पर से भरोसा उठ गया।
बीसीसीआई के एक अन्य सूत्र ने कहा, कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और हार्दिक पंड्या का उन पर से भरोसा पूरी तरह से उठ गया। उनका चयन समिति की बैठक में उनके साथ बैठना संभव नहीं था क्योंकि उन्होंने अपना सम्मान खो दिया। उन्होंने अपने बड़बोलेपन का नुकसान उठाया।चेतन को कथित तौर पर यह कहकर फुसलाया गया था कि एक लोकप्रिय ओटीटी प्लेटफार्म पर डॉक्यूमेंट्री सीरीज के लिए उनके इनपुट की जरूरत है।
शिव सुंदर दास हो सकते हैं अंतरिम मुख्य चयनकर्ता
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज शिव सुंदर दास को चेतन की जगह अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है। उन्होंने वर्तमान चयन पैनल में शामिल सदस्यों में सर्वाधिक 23 टेस्ट मैच खेले हैं।
भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया में खेले गए टी-20 विश्वकप में लचर प्रदर्शन के बाद पूरी चयन समिति को बर्खास्त कर दिया गया था। चेतन ने हालांकि फिर से इस पद के लिए आवेदन किया और उन्हें दोबारा चयन समिति का अध्यक्ष बना दिया गया था।
स्टिंग ऑपरेशन खिलाड़ियों और मीडिया के बीच संबंधों के लिए भी बड़ा झटका है। बीसीसीआई भविष्य में मीडिया से बात करने के लिए खिलाड़ियों और अधिकारियों को मना कर सकता है।